जबलपुर: बेढंगे स्पीड ब्रेकरों में गिरकर घायल हो रहे लोग जिम्मेदार कह रहे शिकायत पर करेंगे कार्रवाई

बेढंगे स्पीड ब्रेकरों में गिरकर घायल हो रहे लोग जिम्मेदार कह रहे शिकायत पर करेंगे कार्रवाई
  • राँझी क्षेत्र में मनमर्जी से बनाए गए 1 दर्जन से ज्यादा गति अवरोधकों से लोग परेशान, मूकदर्शक बने बैठे अफसर
  • 6 से 8 इंच तक ऊँचाई वाले और बगैर स्लोप के ब्रेकर नहीं बनाए जाने चाहिए।
  • जानकारों का कहना है कि जब भी किसी क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाता है

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। राँझी क्षेत्र में रातों-रात बने 1 दर्जन से ज्यादा बेडौल स्पीड ब्रेकर लोगों की कमर तोड़ने पर आमादा हैं। लोग रोजाना यहाँ गिरकर घायल हो रहे हैं। लोगों ने बताया कि इस समस्या की जानकारी भी नगर निगम के जिम्मेदारों को है, लेकिन इसके बावजूद वे ये कुतर्क दे रहे हैं कि लिखित शिकायत मिलने पर ही कार्रवाई की जाएगी।

निगम के जिम्मेदार भी मान रहे हैं कि उक्त स्पीड ब्रेकर बिना निगम की अनुमति के बनाए गए हैं और वे भी इन्हें तोड़ना चाहते हैं, लेकिन लिखित शिकायत मिले बिना वे कुछ भी नहीं कर सकते। इन हालातों में लोगों की समस्याएँ लगातार जस की तस बनी हुई हैं और लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।

गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों के लिए बने जानलेवा

जिस मनमाने और बेतरतीब ढंग से राँझी क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं, उनके कारण गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों को सर्वाधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा दिन से लेकर देर रात्रि तक इन स्पीड ब्रेकर से निकलने वाले वाहन चालकों को भी सर्वाइकल स्पाेंडिलाेसिस अपनी चपेट में ले रहा है।

इसके अलावा इन गति अवरोधकों के कारण होने वाले सड़क हादसों के कारण भी लोग खासे परेशान हैं, लेकिन इसके बावजूद जब लोग अधिकारियों से इन समस्याओं के बारे में बताते हैं तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया जाता है कि पहले समस्या को लिखित में दिया जाए।

न रेडियम लगाया और न ही लगा कोई संकेतक

स्पीड ब्रेकर के लिए इंडियन रोड कांग्रेस की गाइडलाइन के अनुसार उनकी अधिकतम ऊँचाई 4 इंच ही होनी चाहिए। इसके अलावा ब्रेकर के दोनों ओर 2-2 मीटर का स्लोप भी दिया जाना चाहिए, ताकि वाहन स्लो होकर बगैर झटका खाए आगे निकल जाए।

6 से 8 इंच तक ऊँचाई वाले और बगैर स्लोप के ब्रेकर नहीं बनाए जाने चाहिए। इसके अलावा दूर से ही ये गति अवरोधक दिख सकें इसके लिए उनमें पीले एवं सफेद रंग की पट्टी बनानी चाहिए और स्पीड ब्रेकर होने संबंधी सूचना बोर्ड भी लगाया जाना चाहिए, लेकिन राँझी क्षेत्र में रातों-रात बनाए गए इन स्पीड ब्रेकरों में न तो ऐसा कोई रंगरोगन ही किया गया है और न ही ऐसी कोई सूचना ही लिखी गई है।

बिना निगम की अनुमति से बना लिए

जानकारों का कहना है कि जब भी किसी क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाता है, तब इसके पूर्व ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों तक प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाता है।

इसके बाद जब दोनों विभागों से अनुमति मिल जाती है तभी वहाँ पर गति अवरोधकों का निर्माण किया जाता है, लेकिन राँझी स्थित दर्शन तिराहा के आगे, मस्ताना चौक, किशन होटल एवं बजरंग नगर तक 22 से अधिक स्पीड ब्रेकर रातों-रात बना दिए गए हैं।

उक्त स्पीड ब्रेकर कुछ लोगों ने स्वयं ही बनवा लिए हैं और इसके लिए अनुमति भी नहीं ली गई है, लेकिन किसी भी व्यक्ति ने हमारे पास लिखित शिकायत नहीं की है। यदि कोई लिखकर समस्या बताएगा तो तत्काल उक्त स्पीड ब्रेकर तोड़ दिए जाएँगे।

-लल्ला पटेल, इंजीनियर ननि

Created On :   25 Jun 2024 2:23 PM GMT

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