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Jabalpur News: बूम बैरियर टूटने की वाहन चालकों को मिल रही सजा

- बरेला टोल प्लाजा पर मनमाने ढंग से बंद की जा रहीं दो लेन
- घंटों तक लग रहा लम्बा जाम, सुनने वाला कोई नहीं
- बरेला टोल प्लाजा का इंन्फ्रास्ट्रक्चर अपडेट होना है। इसके बाद यह पूरा प्लाजा अपडेट होकर आठ लेन का हो जाएगा।
Jabalpur News: टोल प्लाजा का खास मकसद जनता को लम्बी कतारों से राहत देना है। ये सड़कों को बेहतर क्वालिटी में बनाए रखने में मदद भी करते हैं, लेकिन शहर में स्थित टोल नाकाें में इन दिनों आम वाहन चालकों को सुविधाएं कम और समस्याएं ही अधिक झेलनी पड़ रही हैं। ऐसा ही कुछ बरेला स्थित टोल नाके पर देखने में आ रहा है। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार यहां पर पिछले एक सप्ताह से मनमाने ढंग से दो लेनों को बंद कर दिया गया है। इसी के चलते यहां पर घंटों तक लम्बा जाम लगा रहता है। वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनकी पीड़ा की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।
डेढ़ वर्ष से हो रहा संचालन
जानकारों के अनुसार मे. वंशिका कंस्ट्रक्शन्स नामक कंपनी द्वारा करीब डेढ़ वर्ष से बरेला टोल प्लाजा का संचालन किया जा रहा है। मौजूदा समय में यहां 34 कर्मचारी कार्यरत हैं जो कि रोजाना अपने-अपने ड्यूटी टाइम पर मौजूद रहते हैं। लोगों का आरोप है कि ये कर्मचारी योजनाबद्ध तरीके से मनमानी काे अंजाम दे रहे हैं। इन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
बूम बैरियर क्षतिग्रस्त होने का बहाना
इस संबंध में टोल प्लाजा में कार्यरत कर्मचारियों का कहना था कि कुछ दिनों पूर्व तेज रफ्तार में आए वाहनों द्वारा दोनों बूम बैरियर को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, तभी से ये दोनों बैरियर काम नहीं कर रहे हैं, जिसका फायदा उठाकर वाहन चालक तेजी से बिना टोल दिए ही भागने का प्रयास करते हैं। इसी कारण अनेक बार वे स्वयं अथवा टोल कर्मचारी भी हादसों का शिकार हो जाते हैं। कंपनी द्वारा बूम बैरियर को सुधरवाने के लिए इंजीनियर को बुलाया गया है। उसके आने तक उक्त दोनों बूम बैरियर को कुछ दिनों तक बंद रखने का ही निर्णय लिया गया है।
अन्य सुविधाएं भी नहीं
नियम के अनुसार टोल नाके पर वाहनों में खराबी होने अथवा आपातकालीन स्थिति आने पर तत्काल सहायता देने, गाड़ियों के टायर बदलने और मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में एम्बुलेंस उपलब्ध कराने जैसी सुविधाएं होनी चाहिए, लेकिन उक्त टाेल पर ये सुविधाएं नहीं हैं।
शाम होते ही लेन एक व तीन को कर देते हैं बंद
क्षेत्रीयजनों की मानें तो बरेला टोल प्लाजा में रोजाना शाम होते ही लेन नंबर 1 और लेन नंबर 3 को दोनों ओर से बंद कर दिया जाता है। जैसे-जैसे यहां वाहनों की तादाद बढ़ती है, तो वैसे-वैसे ही लम्बा-चौड़ा जाम भी लगने लगता है। इस दौरान सर्वाधिक समस्या चार पहिया वाहन चालकों को उठानी पड़ती है, क्योंकि उन्हें काफी देर तक भारी वाहनों के आसपास ही घिरा रहना पड़ता है और आसानी से वे आवागमन नहीं कर पाते हैं। इन हालातों में टोल नाका में मौजूद कर्मचारियों से शिकायत करने पर भी उनकी एक नहीं सुनी जाती है।
लम्बी कतार लगने पर नहीं लगना चाहिए टोल टैक्स
जानकारों की मानें तो नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) का यह नियम है कि यदि किसी टोल प्लाजा पर 100 मीटर के दायरे में वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है, तब उस स्थिति में टोल टैक्स नहीं देना होता है। हालांकि इस 100 मीटर में एक पीली पट्टी का होना भी जरूरी माना जाता है, अगर गाड़ी इससे दूर होती है तो टोल टैक्स नहीं देना होता है, लेकिन बरेला टोल प्लाजा पर ऐसे किसी भी नियम का न तो पालन किया जा रहा है और न ही वाहन चालकों को किसी तरह की राहत ही दी जा रही है।
बरेला टोल प्लाजा का इंन्फ्रास्ट्रक्चर अपडेट होना है। इसके बाद यह पूरा प्लाजा अपडेट होकर आठ लेन का हो जाएगा। तब तक यदि लेन को बंद करने जैसा कोई कृत्य किया जा रहा है तो कड़ी कार्रवाई जरूर की जाएगी।
अमृत साहू, परियोजना निदेशक एनएचएआई, जबलपुर
Created On :   24 April 2025 1:02 PM IST