जबलपुर: बोर्ड परीक्षा में निजी नहीं, सिर्फ सरकारी स्कूलों के टीचर ही बन सकेंगे पर्यवेक्षक

बोर्ड परीक्षा में निजी नहीं, सिर्फ सरकारी स्कूलों के टीचर ही बन सकेंगे पर्यवेक्षक
  • आदेश जारी कर केन्द्र अध्यक्ष को पालन करने के दिए निर्देश
  • परीक्षार्थियों को भी नियमों का पालन कराने के आदेश दिए गए हैं
  • किसी भी स्थिति में अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों से पर्यवेक्षक कार्य न कराया जाए

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बोर्ड परीक्षाओं में पर्यवेक्षक कार्य से जुड़े आदेश बोर्ड की ओर से जारी किए गए हैं। जिसमें निजी नहीं केवल शासकीय शिक्षकों से ही पर्यवेक्षण कार्य कराए जाने के आदेश जारी किए गए हैं।

इसके साथ ही आदेश का पालन केन्द्र अध्यक्ष को करने को कहा गया है। जिसमें न सिर्फ पर्यवेक्षक बल्कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को भी नियमों का पालन कराने के आदेश दिए गए हैं।

आदेश में कहा गया है कि पर्यवेक्षक परीक्षा प्रारंभ होने के प्रथम दिन 1 घंटा 30 मिनट पूर्व तथा शेष परीक्षा के दिनों में 1 घंटा पूर्व उपस्थित हों।

उक्त के अतिरिक्त आवश्यकतानुसार एक या दो पर्यवेक्षक रिजर्व में रखे जाएँ। पर्यवेक्षकों को रिलीविंग ड्यूटी पर रखा जाए। पर्यवेक्षक कार्य शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों से ही कराया जाए।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पर्यवेक्षक की ड्यूटी लगाए जाने की स्थिति में जिस विषय की परीक्षा हो रही है, उस विषय के शिक्षकों से पर्यवेक्षण कार्य नहीं कराया जाए। किसी भी स्थिति में अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों से पर्यवेक्षक कार्य न कराया जाए।

समय पर पहुँचना होगा

परीक्षार्थियों को प्रतिदिन परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटा पूर्व अर्थात प्रात: 8 बजे तक एवं परीक्षा कक्ष में आधे घंटे पूर्व अर्थात प्रात: 8:30 बजे तक प्रवेश लेना होगा।

केवल विशेष परिस्थितियों में केन्द्राध्यक्ष द्वारा प्रात: 8:40 तक प्रवेश की अनुमति दी जा सकेगी।

पहचान हेतु प्रमाण करने के लिये केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष एवं पर्यवेक्षक स्थानीय लिखित अथवा मौखिक पूछताछ कर पहचान किया जाना सुनिश्चित करें।

बोर्ड परीक्षा के लिए जो निर्देश मिले हैं उनका पालन कराया जाएगा। आदेशानुसार ही शासकीय शिक्षकों से पर्यवेक्षण का कार्य कराया जाएगा।

-घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी

Created On :   1 Feb 2024 12:35 PM GMT

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