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जबलपुर: छह माह में लम्हेटा केबल स्टे ब्रिज का वर्क 10 फीसदी ही कर सके
- अब सितंबर 24 नहीं बल्कि मार्च 2025 तक ही पूरा बन सकेगा
- दो माह पहले इसकी निर्माण लागत को 89 से 177 करोड़ बढ़ाया गया
- पर उसके बाद भी काम को गति नहीं मिल सकी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। लम्हेटा केबल स्टे ब्रिज की निर्माण लागत को दो माह पहले 89 से 177 करोड़ कर दिया, पर इसके निर्माण की गति को अब तक नहीं बढ़ाया जा सका है। लोक निर्माण सेतु सितंबर 2024 में इसका निर्माण पूरा होने का दावा कर रहा था, अब यह मार्च 2025 में पूरा होगा, यह कहा जा रहा है।
नर्मदा के ऊपर बन रहे इस केबल स्टे ब्रिज के निर्माण का प्रतिशत 6 माहों में केवल 10 फीसदी ही आगे बढ़ सका। अप्रैल के शुरुआती सप्ताह तक इसका वर्क रिकाॅर्ड में 70 फीसदी पूरा होना बताया जा रहा है।
वैसे इस केबल स्टे ब्रिज के निर्माण की कवायद 2017 से चल रही है और 2021 में मौके पर इसका वर्क आरंभ हुआ है। लंबी प्रोसेस के बाद भी अभी इसमें मुख्य हिस्से में वर्क बाकी है, जिसको लेकर जानकारों का कहना है कि कम से कम एक साल की कवायद के बाद ही इसका वर्क पूरा हो सकता है।
लोक निर्माण सेतु के अधिकारियों का कहना है कि दक्षिण कोरिया से इसके लिए केबल मँगाया है, उसमें कुछ समय लगा। अब इसके निर्माण की गति को और तेज कर दिया जाएगा।
15 किलोमीटर का घेरा कम होगा
लम्हेटा से उस पार लम्हेटी गाँव की सीमा तक बन रहे केबल स्टे ब्रिज के बन जाने से नर्मदा के उस पार जाने में कम से कम 15 किलोमीटर का घेरा कम होगा। लम्हेटा से सीधे उस पार लम्हेटी, इमलिया, डुडवारा, न्यू भेड़ाघाट और गौरीगाँव तक आसानी से जा सकते हैं।
इसी तरह लम्हेटी से नानाखेड़ा और आगे चरगवाँ तिलवारा रोड पर भी इसी हिस्से से आसानी से जा सकते हैं। इस ब्रिज के बन जाने से नर्मदा परिक्रमा करने वालों को बड़ा लाभ होने वाला है।
समय सीमा आगे बढ़ जाती है
लोक निर्माण सेतु हो या लोक निर्माण एनएच, लोक निर्माण विभाग जब भी संभाग में कोई सेतु, सड़क या अन्य तरह की संरचना का निर्माण करता है तो लोगों का कहना है इसके निर्माण की समय सीमा, जो पहले निर्धारित की जाती है, उससे कई महीनों, यहाँ तक कि सालों बाद निर्माण पूरा हो पाता है।
कोई परेशानी या निर्माण में बाधा नहीं तो भी देरी होने से जनता काम के तरीकों से परेशान होती रहती है। हर चार माह में समय सीमा आगे बढ़ जाती है।
Created On :   8 April 2024 4:13 PM IST