- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- धान में धोखा खाए लेकिन गेहूं में...
Jabalpur News: धान में धोखा खाए लेकिन गेहूं में नहीं चलने देंगे फर्जीवाड़ा, गुणवत्ता सर्वेयर रखेंगे नजर

- वेयरहाउसिंग काॅर्पोरेशन पर होगी गुणवत्ता की जिम्मेदारी
- गड़बड़ी होने पर अधिकारियों को देना होगा जवाब
- वेयरहाउसिंग काॅर्पोरेशन को टारगेट किया गया है क्योंकि इस विभाग की गड़बड़ियां जग-जाहिर हैं।
Jabalpur News: धान उपार्जन में बहुत से केन्द्र ऐसे रहे जहां बिना गुणवत्ता की धान जमा हुई, कम मात्रा में धान जमा हुई और तो और केवल कागजों में खरीदी भी कराई गई। बाद में ही सही ऐसे मामले पकड़े गए और कुछ जेल में हैं तो कुछ फरार हैं। अब गेहूं उपार्जन शुरू ही हुआ है और धान की गड़बड़ियों को देखते हुए गेहूं में सख्ती की जा रही है। हर विभाग और अधिकारी-कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जा रही ताकि गड़बड़ी होने पर कार्रवाई की जा सके।
वेयरहाउसिंग काॅर्पोरेशन को टारगेट किया गया है क्योंकि इस विभाग की गड़बड़ियां जग-जाहिर हैं। गेहूं उपार्जन में गुणवत्ता सर्वेयर की अनुमति के बाद ही किसानों के गेहूं की तुलाई होगी और गेहूं में खराबी निकली तो गुणवत्ता सर्वेयर जवाबदेह होगा। गेहूं का उपार्जन 17 मार्च से शुरू हुआ लेकिन अभी भी इसमें तेजी नहीं आ पाई है क्योंकि जिले में गेहूं की फसल देरी से पकती है। अभी तक उपार्जन के लिए करीब 51 केन्द्र बनाए गए हैं।
स्लॉट बुकिंग जारी है और जल्द ही गेहूं उपार्जन में तेजी आ सकती है। कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा जारी की गई उपार्जन नीति के अनुसार मप्र स्टेट सिविल सप्लाई काॅर्पोरेशन का दायित्व होगा कि गुणवत्ता सर्वेयर को भारतीय खाद्य निगम के जरिए प्रशिक्षण दिलवाना और उनकी परीक्षा लेना, इसके बाद सफल उम्मीदवारों को प्रमाण-पत्र जारी करना। उपार्जन में इन सफल सर्वेयरों की सेवा लेना। गुणवत्ता सर्वेयर सबसे पहले किसानों की उपज देखेंगे और वे यह तय करेंगे कि गेहूं गुणवत्तापूर्ण है या नहीं, उसके बाद ही गेहूं का विक्रय तय किया जाएगा।
7 केन्द्रों में शुरू हो गई खरीदी
खाद्य आपूर्ति नियंत्रक नुजहत बानो बकाई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 7 उपार्जन केन्द्रों में 117 किसानों ने 13 हजार 685 क्विंटल गेहूं का विक्रय किया है। हालांकि अन्य केन्द्रों में भी खरीदी शुरू होने की जानकारी है लेकिन जब वहां की खरीदी पोर्टल पर चढ़ाई जाएगी तब विधिवत यह माना जाएगा कि वहां खरीदी शुरू हो गई है।
कुंडम में भी बन गया केन्द्र
गेहूं उपार्जन के लिए सबसे पहले 33 केन्द्रों की सूची जारी की गई थी जिसमें कुंडम का नाम नहीं था जिस पर वहां के किसानों ने नाराजगी जाहिर की थी लेकिन अब बघराजी में केन्द्र बना दिया गया है। इससे कुंडम और आसपास के किसानों को उपार्जन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
Created On :   16 April 2025 6:25 PM IST