Jabalpur News: हाईटेंशन लाइन पर पांच घण्टे चला वीरू वाला ड्रामा

हाईटेंशन लाइन पर पांच घण्टे चला वीरू वाला ड्रामा
ट्रांसको के कर्मचारियों, पुलिस और प्रशासन के सहयोग से रात्रि करीब 8.30 बजे युवक का सुरक्षित रेस्क्यू किया

jabalpur News । अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई वसूलने के लिए एक कर्मचारी ने शुक्रवार को शोले फिल्म के वीरू को जीवंत कर डाला। हालांकि, इस कर्मचारी ने पानी की टँकी की जगह हाईटेंशन लाइन को चुना। ये युवक करीब पांच घण्टे तक 132 केवी एकस्ट्रा हाईटेंशन लाइन के 121 फीट ऊंचे पोल पर चढ़ा रहा और पेमेंट न मिलने पर तार के करंट से मर जाने की बात करता रहा। युवक की इस खुराफात ने पुलिस के अलावा बिजली महकमे के अफसरों की भी खूब परेड कराई। इस दृश्य को देखने के लिए नगना के पास जबलपुर कटंगी सड़क पर मजमा लगा रहा। ट्रांसको के कर्मचारियों, पुलिस और प्रशासन के सहयोग से रात्रि करीब 8.30 बजे युवक का सुरक्षित रेस्क्यू कियागया।

जानकारी के अनुसार करंटी रोड पर स्थित पीआर स्टोरेज में ट्रक ड्राईवर लक्ष्मन बमलेन (वंशकार) गुरुवार की दोपहर करीब 3.30 बजे बजे यहां से गुजर रही 132 केवी हाईटेंशन लाइन के पोल पर चढ़ गया और जोर-जोर से वेतन के 11 हजार रुपए नहीं मिलने की बात करते हुए मरने की धमकी देने लगा। युवकी बात सुनकर धीरे-धीरे यहां काफी लोग एकत्रित हो गए और युवक को नीचे उतरने की बात कहते हुए समझाने लगे लेकिन युवक ने किसी का बात नहीं मानी। इसके बाद प्रशासन और बिजली कंपनी का इसकी जानकारी देते हुए बिजली सप्लाई को बंद कराया गया। इसके बाद ट्रांसमिशन कंपनी के लाईनमैन पोल पर चढ़े उनकी समझाइश के बाद युवक का रेस्क्यू किया गया।

पत्नी और बेटी पहुंचने के बाद शांत हुआ -

घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर युवक की पत्नी लक्ष्मी वंशकार, बेटी डॉली और भाई मनोज बमलेने(वंशकार) के द्वारा एनाउंस कराया गया। जिसके बाद युवक का मन पलट गया। पोल पर चढ़े ट्रांसको के लाइनमैन ज्ञानेश्वर बड़कड़े और जगदीश ठाकुर द्वारा नीचे उतारकर लगा गया। एई जितेन्द्र तिवारी और जेई राजू चौहान ने मार्गदर्शन दिया।

घर की बिजली से 600 गुना अधिक करंट -

132 केवी हाईटेंशन लाइन के पोल के तार में एक लाख 32 हजार वोल्ट करंट बहता है जबकि घर की बिजली 220 वोल्ट करंट रहता है। ट्रांसकाे के इंजीनियर के अनुसार घर की बिजली से 132 केवी लाइन में 600 गुना करंट बहता है। यह बताने के लिए काफी है कि तार के दो फीट दूर से ही किसी को भी करंट लग सकता है। चंूकि पोल में इंशुलेटर के माध्यम से सुरक्षित किया जाता है इसलिए पोल पर चढ़े युवक को करंट नहीं लग सका।

मोबाईल-चश्मा फेकें और कपड़े उतारे-

पोल पर चढ़े युवक ने इतने गुस्से में था कि लोगों की समझाइश को दरकिनार करते हुए पहले मोबाईल-चश्मा नीचे फेंक दिया। इसके बाद उसने अपने सभी कपड़े भी एक-एक कर उतार दिए। इसके बाद पोल पर करीब पांच घंटे तक चढ़ा रहा।

टीटीएल मशीन से किया रेस्क्यू -

हाईटेंशन लाइन पर चढ़े युवक को नगर निगम में हाईराईज बिल्डिंग के रेस्क्यू के लिए बुलाई टीटीएल(टर्म टेबिल लैडर) मशीन के माध्यम से उतारा गया। इसके जरिए 56 मीटर ऊंचाई या 17 मंजिल की बिल्डिंग में रेस्क्यू किया जा सकता है।

Created On :   18 April 2025 11:57 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story