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Jabalpur News: 18 साल में केवल 27% हो पाया सीवर लाइन का काम
![18 साल में केवल 27% हो पाया सीवर लाइन का काम 18 साल में केवल 27% हो पाया सीवर लाइन का काम](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/03/1399999-whatsapp-image-2025-02-03-at-34112-pm.webp)
- यही रफ्तार रही तो काम पूरा होने में लगेगा 40 साल से ज्यादा समय
- कई जगह दफन हो गई सीवर लाइन, कई जगह छोड़ दिया अधूरा काम
- बजट की कमी के कारण अटका काम
Jabalpur News: शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम ने वर्ष 2007 में सीवर लाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। हैरान करने वाली बात यह है कि 18 साल में केवल 27 प्रतिशत यानी 400 किलोमीटर काम ही पूरा हो पाया है, अभी भी 1100 किलोमीटर सीवर लाइन का काम शेष है।
जानकारों का कहना है कि सीवर लाइन के काम की यही रफ्तार रही तो काम पूरा होने में 40 साल से अधिक का काम समय लगेगा। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए जिम्मेदार अधिकारी वैसा प्रयास नहीं कर रहे हैं, जिसकी जरूरत है। सीवर लाइन के प्रोजेक्ट के कारण आम लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा। जिस भी क्षेत्र में सीवर लाइन डाली गई, वहाँ के रहवासी 6 महीने से ज्यादा समय तक परेशान होते रहे।
लोगों ने यह सोचकर प्रोजेक्ट का विरोध नहीं किया कि इससे आने वाले समय में शहर को फायदा होगा, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के अधिकारी लापरवाही से काम करते रहे। इसके कारण 18 साल में केवल 400 किमी ही सीवर लाइन का काम हो पाया। अभी भी सीवर लाइन का 1100 किमी काम होना बाकी है।
सीवर लाइन ढूँढ़ना सबसे बड़ी चुनौती
एक्सपर्ट का कहना है कि शहर में ऐसी कई जगह सीवर लाइन डाल दी गई है, जिनका नक्शा भी मौजूद नहीं है। उस समय के अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जमीन के नीचे दफन हो चुकी सीवर लाइनों को ढूँढ़ना सबसे बड़ी चुनौती है। नगर निगम ने कई जगह सीवर लाइन का काम अधूरा छोड़ दिया है, अब यहाँ पर पहले सीवर लाइन का काम पूरा करना होगा, उसके बाद ही सीवर लाइन को घरों से जोड़ा जा सकेगा।
सिविल लाइन्स में अब हो रहा काम
शहर के पॉश इलाके सिविल लाइन्स में अभी सीवर लाइन का काम हो रहा है। यहाँ भी लापरवाही से काम किया जा रहा है। सीवर लाइन के गड्ढों के आसपास सुरक्षा के बैरिकेड्स भी नहीं लगाए गए हैं। कुछ दिन पूर्व धनवंतरी नगर, मदर टेरेसा नगर और ग्रीन सिटी क्षेत्र में सीवर लाइन डाली गई है। इन क्षेत्रों में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यहाँ पर सीवर लाइन डालने के बाद री-स्टोरेशन का काम नहीं किया गया है। जगह-जगह सड़कों को खोद दिया गया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
3.25 लाख मकान, कनेक्शन केवल 25 हजार में
शहर के 79 वार्डों में मकानों की संख्या 3.25 लाख है। इन सभी मकानों में सीवर लाइन के कनेक्शन दिए जाने हैं। वर्तमान में केवल 25 हजार मकानों में ही सीवर लाइन के कनेक्शन दिए गए हैं। अभी भी 3 लाख मकानों में सीवर लाइन का कनेक्शन दिया जाना है। नगर निगम ने अभी तक इसके लिए कार्ययोजना तैयार नहीं की है।
प्रोजेक्ट के लिए 1200 करोड़ रुपए की जरूरत
शहर में सीवर लाइन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 1200 करोड़ रुपए की जरूरत है। इसके लिए नगर िनगम के अधिकारियों ने डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की है। डीपीआर को स्वीकृति के लिए राज्य शासन के पास भेजा गया है।
फैक्ट फाइल
वर्ष 2007 में शुरू हुआ काम
अभी तक पूरा हुआ 400 किमी काम
1100 किमी काम होना शेष
400 करोड़ रुपए खर्च
प्रोजेक्ट पूरा करने 1200 करोड़ रुपए की जरूरत
Created On :   3 Feb 2025 7:36 PM IST