Jabalpur News: राँझी तहसील में बन गए फर्जी जाति प्रमाण-पत्र

राँझी तहसील में बन गए फर्जी जाति प्रमाण-पत्र
  • राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने दिए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश
  • इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह, नाथूराम गोंड सहित सभी राजस्व अधिकारी मौजूद थे।
  • राजस्व महाभियान की प्रगति पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।

Jabalpur News: राँझी तहसील में कुछ फर्जी जाति प्रमाण-पत्र तैयार कराए गए हैं जिनके आधार पर लोग नौकरी में लग गए हैं। मामले की जानकारी मिलने पर एसडीएम द्वारा जाँच की जा रही है और अब कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए हैं कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाए। फिलहाल ऐसे 2 प्रमाण-पत्र सामने आए हैं और हो सकता है आगे और भी मिलें। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में शुक्रवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।

इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह, नाथूराम गोंड सहित सभी राजस्व अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर ने मुख्य रूप से नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, नक्शा बटांकन, फार्मर रजिस्ट्री, आरओआर आधार लिंकिंग की तहसीलवार प्रगति की समीक्षा की गई। इसके साथ ही राजस्व महाभियान की प्रगति पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि कार्यालयीन कार्य सुविधा की दृष्टि से तहसील कार्यालय में कुछ पटवारियों को दायित्व दिया जाए, जिससे इस दिशा में प्रगति तेजी से हो सके। साथ ही कहा कि जहाँ-जहाँ ज्यादा शिकायतें आ रही हैं वहाँ शिकायत आने के कारणों की जाँच भी की जाए।

बैठक के दौरान तहसीलवार आरसीएमएस में दर्ज प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा भी की गई। अन्य मुद्दों पर चर्चा के दौरान कहा कि धान उपार्जन पर निगरानी रखें, कहीं भी गड़बड़ी की स्थिति न बने, लापरवाही व गड़बड़ी करने वालों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित कराएँ। मूँग उपार्जन के भुगतान के लिए गठित जाँच दल की कार्यवाहियों के संबंध में भी चर्चा की।

13804 करोड़ की संभाव्यता युक्त ऋण योजना का विमोचन| कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने नाबार्ड द्वारा जिले में तैयार वर्ष 2025-26 के लिए संभाव्यता युक्त ऋण योजना का विमोचन किया। 13804.08 करोड़ की यह योजना भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार तैयार की गई है।

नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अपूर्व गुप्ता ने बताया की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना दस्तावेज़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध भौतिक संभाव्यता का बैंक ऋण के माध्यम से दोहन की संभावना का आकलन किया जाता है। इस अवसर पर सहकारिता, कृषि, मत्स्य पालन एवं पशुपालन व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

5 हजार क्विंटल धान के खराब होने का खतरा अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते सिहोरा के एक वेयरहाउस में करीब 5 हजार क्विंटल धान सड़ने की कगार पर पहुँच गई है। बारिश में पूरी तरह भीगी धान की बोरियों को बदलने का काम इतनी धीमी गति से किया जा रहा है कि बाकी की धान से कोपलें निकलने लगी हैं।

इस मामले की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को भरी बैठक में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जेएसओ को जमकर फटकार लगाई और साफ कहा कि यदि जल्द ही कार्य नहीं हुआ और धान खराब हुई तो सैलरी से राशि काटी जाएगी। साल के प्रारम्भ में हुई बारिश से सिहोरा के रिद्धि-सिद्धि वेयरहाउस में बारिश के पानी में हजारों क्विंटल धान भीग गई थी।

Created On :   18 Jan 2025 4:44 PM IST

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