Jabalpur News: 8 दिन बाद सेवानिवृत्त हो रहे अधिकारी को बना दिया यूनिपोल जाँच समिति का सदस्य

8 दिन बाद सेवानिवृत्त हो रहे अधिकारी को बना दिया यूनिपोल जाँच समिति का सदस्य
  • 7 महीने तक पुरानी समिति ने कुछ नहीं किया, जाँच के नाम पर हुआ केवल छलावा, अब बनाई नई समिति
  • खतरनाक और अवैध यूनिपोल की जाँच के लिए नगर निगम ने 3 जुलाई 2024 को पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया था।

Jabalpur News: नगर निगम द्वारा खतरनाक और अवैध यूनिपोल की जाँच के नाम पर छलावा किया जा रहा है। हाल ही में यूनिपोल की जाँच समिति में एक ऐसे अधिकारियों को समिति का सदस्य बना दिया गया है, जो 31 जनवरी यानी 8 दिन बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं। एक महत्वपूर्ण सदस्य के सेवानिवृत्त होने के बाद खतरनाक और अवैध यूनिपोल की जाँच कैसे होगी।

नागरिकों ने इस पर सवाल उठाए हैं। खतरनाक और अवैध यूनिपोल की जाँच के लिए नगर निगम ने 3 जुलाई 2024 को पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति में अपर आयुक्त आरपी मिश्रा को अध्यक्ष, अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा, प्रभारी कार्यपालन यंत्री भूपेन्द्र सिंह, सहायक अतिक्रमण अधिकारी सागर बोरकर और उप यंत्री अभिषेक तिवारी को सदस्य बनाया गया था। इस समिति ने 7 महीने तक कुछ नहीं किया।

हादसा हुआ तो याद आई जाँच समिति

सिविल लाइन्स स्थित इलाहाबाद बैंक चौक पर 18 जनवरी 2025 को यूनिपोल पर फ्लेक्स लगाते समय रॉड गिरने से 64 वर्षीय किशन कुमार रजक की मृत्यु हो गई थी। इस घटना को लेकर नागरिकों ने सवाल उठाए कि नगर निगम की जाँच समिति ने क्या किया। यदि जाँच समिति ने सही तरीके से जाँच की होती तो दुर्घटना को रोका जा सकता था।

अजब तर्क: एक सदस्य सेवानिवृत्त हो गए, इसलिए नहीं हो पाई जाँच

इस मामले में नगर निगम की ओर से अजीब कारण बताया गया कि यूनिपोल जाँच समिति के सदस्य अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा 30 अगस्त को सेवानिवृत्त हो गए थे। इसके कारण यूनिपोल की जाँच नहीं हो पाई। अब यूनिपोल की जाँच के लिए नई जाँच समिति बना दी गई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि नई जाँच समिति में यूनिपोल विभाग के प्रभारी भूपेन्द्र सिंह को सदस्य बनाया गया है, जो 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर यूनिपोल की जाँच रुक जाएगी। नई जाँच समिति में अपर आयुक्त वित्त प्रशांत गोंटिया को अध्यक्ष, प्रभारी अधीक्षण यंत्री कमलेश श्रीवास्तव, यूनिपोल प्रभारी भूपेन्द्र सिंह, सहायक अतिक्रमण अधिकारी सागर बोरकर एवं उपयंत्री अंकित चौधरी को सदस्य बनाया गया है।

अंतत: चार दिन बाद ठेकेदार पर दर्ज हुई एफआईआर

सिविल लाइन्स स्थित इलाहाबाद बैंक चौक पर 18 जनवरी को यूनिपोल पर फ्लेक्स लगाते समय रॉड गिरने से एक वृद्ध की मृत्यु के मामले में अंतत: चार दिन बाद ठेकेदार रमेश ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सिविल लाइन्स थाना प्रभारी नेहरू सिंह खंडाते ने बताया कि लापरवाही पूर्वक काम करने से मृत्यु कारित करने पर ठेकेदार के खिलाफ बीएनएस की धारा 106 का प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले की जाँच की जा रही है।

यूनिपोल एजेन्सी ने निगमायुक्त के समक्ष पेश किया जवाब

नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने बुधवार को निगमायुक्त प्रीति यादव से मुलाकात की। नियमायुक्त ने बताया कि दीपक एडवरटाइजर ने अपने जवाब में बताया कि उन्होंने 15 से 19 जनवरी तक एक आयोजन का फ्लेक्स लगाया था। 18 जनवरी को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा फ्लेक्स लगाया जा रहा था, उस समय दुर्घटना हुई। एजेन्सी ने कहा है कि उनके द्वारा मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 का उल्लंघन नहीं किया गया। निगमायुक्त ने बताया कि जवाब का परीक्षण कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

भैंसासुर रोड से हटाया जाएगा डेंजरस यूनिपोल

निगमायुक्त प्रीति यादव ने बताया कि भैंसासुर रोड स्थित डेंजरस यूनिपोल का टेंडर 14 अप्रैल 2025 को समाप्त हो रहा है। इसके उपरांत यूनिपोल को अलग करने की कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, टीके रायघटक, सुशीला कनौजिया, संतोष श्रीवास्तव, केसी सोनी, हरजीवन विश्वकर्मा व विनायक सोरके ने कहा है कि मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 की कण्डिका 18 (1) के अनुसार किसी भी दुर्घटना के लिए एजेन्सी ही उत्तरदायी होगी। इसलिए एजेंसी पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।

Created On :   23 Jan 2025 4:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story