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जबलपुर: बारिश के दूसरे दिन भी शहर की कॉलोनियों में भरा नाले का पानी
- जल प्लावन के कारण परेशान होते रहे लोग, शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई
- कॉलोनी के कई घरों में भी पानी घुस गया। इससे कई घरों का सामान खराब हो गया।
- नगर निगम द्वारा नालों और नालियों की सफाई का काम नहीं किया गया।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में लगातार दो दिन से हो रही बारिश अलग-अलग क्षेत्रों में कहर बरपा रही है। बारिश ने दूसरे दिन बिलहरी की कॉलोनियों पर कहर बरपाया। कृष्णा होम्स और नर्मदा नगर में खंदारी नाले का पानी भर गया। हालत यह हुई कि सड़क पर चार-चार फीट पानी भर गया।
कॉलोनी के कई घरों में भी पानी घुस गया। इससे कई घरों का सामान खराब हो गया। लोग रात भर अपने घरों से पानी बाहर निकालते रहे। कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि उनकी कॉलोनी के पास पूर्व में बाउंड्रीवॉल थी। जिससे खंदारी नाले का पानी दूसरी तरफ निकल जाता था।
कुछ दिन पहले यहाँ पर कॉलोनी निर्माण के लिए बाउंड्रीवॉल तोड़ दी गई, जिसके कारण नाले का पानी सीधे कॉलोनी में भर रहा है। जलभराव की सूचना मिलने पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक अशोक रोहाणी, निगमाध्यक्ष रिकुंज विज और नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव मौके पर पहुँचे। नगर निगम की टीम ने लोगों के घरों से पानी बाहर निकाला। इसके बाद जाकर लोगों को राहत मिल पाई।
कई क्षेत्रों में दूसरे दिन भी राहत नहीं मिली
शहर के करमचंद चौक, महाराणा प्रताप वार्ड, धनवंतरी नगर, गंजीपुरा, तुलाराम चौक, चेरीताल, बल्देवबाग, दमोहनाका, शिवनगर, स्टेट बैंक कॉलोनी, न्यू जगदम्बा कॉलोनी, नवनिवेश कॉलोनी, चंदन कॉलोनी, संजीवनी नगर, अंडर ब्रिज, लिंक रोड और अंधेरा पुल में लगातार दूसरे दिन भी पानी भरा। प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम की टीम सुबह से ही जलनिकासी के काम में जुटी रही।
पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय नंबर-2 की बाउंड्रीवॉल गिरी, बोर्ड भी धराशायी- बारिश के कारण सोमवार देर रात जीसीएफ स्थित पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय नंबर-2 की लगभग 20 मीटर लंबी बाउंड्रीवॉल गिर गई। बाउंड्रीवॉल की चपेट में आकर विद्यालय का बोर्ड भी धराशाई हो गया।
गनीमत यह थी कि यह हादसा रात के वक्त हुआ, उस समय यहाँ पर कोई नहीं था। यदि यह हादसा दिन के समय हुआ होता था तो बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता था।
पचपेढ़ी सहित कई स्कूलों में पानी भरा- शहर में हो रही बारिश के कारण पचपेढ़ी सहित कई विद्यालयों में पानी भर गया। इसके साथ ही आधा दर्जन से अधिक घरों में पानी भर गया। पचपेढ़ी निवासी आबीर बैनर्जी का कहना है कि नगर निगम द्वारा नालों और नालियों की सफाई का काम नहीं किया गया। इसके कारण बारिश का पानी लोगों के घरों में भर रहा है।
प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जलभराव की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुँचकर जल निकासी की व्यवस्थाएँ कराएँ।
जलप्लावन क्षेत्रों में पहुंचे- कैंट विधायक अशोक रोहाणी बारिश के दौरान ही बिलहरी स्थित विभिन्न कॉलोनियों में पहुँचे। जहाँ जलप्लावन की स्थिति बनी थी। उन्होंने अधिकारियों से समस्याओं के निराकरण की बात कही।
राहत कार्य के लिए उतरी टीम
कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिक बचाव व राहत का कार्य जारी है। एसडीएम जबलपुर ने बताया कि गत रात्रि हुई अतिवृष्टि के कारण उपतहसील बरेला के अंतर्गत ग्राम सालीवाड़ा एवं नीमखेड़ा में लगभग 25 मकानों में कुछ समय के लिए जल प्लावन की स्थिति निर्मित हुई।
ग्राम बम्हनी में लगभग 100 मकान एवं ग्राम जुनवानी में 6, ग्राम बरेला में 3 मकान में तथा 6 दुकानें पानी से प्रभावित हुईं, जिससे घरों में रखा हुआ खाद्यान्न एवं अन्य सामग्री एवं मकानों की आंशिक क्षति हुई है।
अतिरिक्त तहसीलदार जबलपुर ग्रामीण वीर बहादुर सिंह धुर्वे पटवारी एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, अध्यक्ष नगर परिषद प्रतीक दुबे, सरपंच बम्हनी, जुनवानी आदि के साथ राहत बचाव कार्य एवं क्षति के आकलन के लिए निरीक्षण किया। इस दौरान किसी प्रकार की जनहानि एवं पशु हानि नहीं होना पाई गई।
कब्जा तोड़कर पानी की निकासी कराई
नगर निगम के वार्ड क्रमांक 72 के ग्राम बसहा और रैगवाँ में विगत दिवस जलप्लावन हो गया था। उसका कारण मुख्य नाले काे बंद करना था। चूंकि भूमाफिया यहाँ के सार्वजनिक नाले और श्मशान की भूमि को कब्जा कर रहा है इसलिए वहाँ के सैकड़ों रहवासी परेशान हो गए थे।
मामले पर मंगलवार को पटवारी ने संज्ञान में लिया और मौके पर पहुँचकर जल निकासी कराई गई। नगर निगम के वार्ड नंबर 72 में बसहा में करीब 200 साल पुराने श्मशान घाट और नाले की जमीन शासन के नाम पर दर्ज है, करोड़ों की इस जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर नाले पर पुल बना दिया, जिससे बारिश का पानी रुक गया।
रविवार और सोमवार की दरमियानी रात हुई तेज बारिश के चलते यहाँ डूब की नौबत आ गई थी। इसे देखते हुए ग्रामीणों और अन्य लोगों ने विरोध किया तो मंगलवार को अवैध निर्माण तोड़ दिया गया। हालांकि जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को अभी हटाया नहीं गया है।
हर अधिकारी अलर्ट मोड पर रहे
कलेक्टर ने कहा कि बारिश काे देखते हुए किसी भी प्रकार के हादसे हो सकते हैं, बाढ़ आ सकती है, वाहन दुर्घटना हो सकती है या भवन ढह सकते हैं। हर राजस्व अधिकारी मौके पर सबसे पहले पहुँचना है। बेहतर होगा कि सभी अलर्ट मोड पर रहें और क्षेत्र का भ्रमण करते रहें।
मकान पर गिरी चट्टान, बाल-बाल बचा परिवार- प्रेमसागर पुलिस चौकी के समीप सोमवार रात एक मकान पर चट्टान गिर गई। गनीमत यह थी कि चट्टान गिरने के सुरक्षित मकान से बाहर निकल आए।
Created On :   24 July 2024 3:56 PM IST