जबलपुर: पानी की तलाश में साइंस कॉलेज के पीछे पहुँचे चीतलों पर श्वानों का हमला

पानी की तलाश में साइंस कॉलेज के पीछे पहुँचे चीतलों पर श्वानों का हमला
  • नाले में गिरने से 3 चीतल घायल, 4 घंटे की निगरानी के बाद वन विभाग ने सुरक्षित जंगल में पहुँचाया
  • तेंदुए दिखने की खबर तेजी से फैली जिसके कारण काॅलोनी में दहशत का माहौल निर्मित हो गया
  • इस मामले में वन विभाग को उचित कार्रवाई करनी चाहिए

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। तेज गर्मी का प्रकोप वन्य प्राणियों के रहन-सहन को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी डुमना और आसपास के जंगलों में रहने वाले चीतलों को उठानी पड़ रही है।

रविवार की रात पानी की तलाश में खमरिया साईं मंदिर के पास एक चीतल की एक्सीडेंट में मौत हुई थी। इसी तरह एक और घटना बुधवार की सुबह पचपेढ़ी स्थित साइंस कॉलेज के पास हुई। दरअसल सुबह करीब 7 बजे पानी की तलाश में साइंस कॉलेज के पीछे सेन्ट्रल स्कूल के पास चीतलों का एक झुंड पहुँच गया लेकिन इसी दौरान श्वानों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया, जिसकी वजह से झुंड बिखर गया।

ज्यादातर चीतल तो जीसीएफ की पहाड़ियों की तरफ बचकर निकल गए लेकिन तीन चीतल सूखे नाले में गिरकर घायल हो गए। इसी दौरान कुछ मॉर्निंग वॉकर्स की नजर सूखे नाले में गिरे हुए चीतलों पर पड़ी, जिसके बाद लोगों ने पथराव कर श्वानों को दूर भगाया। पहले तो लोगों ने अपनी तरफ से चीतलों को नाले से बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन जब वे सफल नहीं हो पाए तो वन विभाग को सूचना दी गई।

वन विभाग के रेस्क्यू टीम प्रभारी गुलाब सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर वे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे, जिसके बाद करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद तीनों चीतलों को नाले से बाहर निकाला गया।

तीनों चीतलों को चेहरे, पीठ और पैरों में मामूली चोटें थीं और श्वानों के हमले से वे बुरी तरह घबराए हुए थे। तीनों चीतलों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन झुंड से बिछड़ने के कारण तीनों चीतल घटनास्थल के आसपास ही घूमते रहे। श्री सिंह के अनुसार रेस्क्यू टीम लगातार उनकी निगरानी में डटी रही और करीब चार घंटे बाद 11 बजे तीनों चीतल सामान्य होने के बाद जीसीएफ की पहाड़ी की तरफ अपने झुंड के पास चले गए।

नयागाँव में फिर दिखे एक साथ दो तेंदुए

एमपीईबी स्थित नयागाँव सोसायटी के सूखे नाले में बुधवार की सुबह करीब 6 बजे एक साथ दो तेंदुओं को घूमते हुए देखा गया। हालाँकि दोनों तेंदुए चार से पाँच मिनट तक रुकने के बाद ठाकुरताल की पहाड़ी की तरफ लौट गए।

लेकिन सुबह-सुबह तेंदुए दिखने की खबर तेजी से फैली जिसके कारण काॅलोनी में दहशत का माहौल निर्मित हो गया। इस संबंध में नयागाँव सोसायटी के अध्यक्ष रजत भार्गव ने बताया कि तेंदुओं को काॅलोनी के एक वरिष्ठ दम्पति ने मॉर्निंग वॉक के दौरान देखा, जिसकी जानकारी उन लोगों ने उन्हें दी थी।

श्री भार्गव का कहना है कि वन विभाग ने विगत दिनों काॅलोनी के आसपास निरीक्षण किया था, लेकिन हमेशा की तरह वन विभाग ने सबूत या पग मार्क न मिलने का बहाना बनाकर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन अब जल्द ही इस मामले में वन विभाग को उचित कार्रवाई करनी चाहिए, वरना किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

Created On :   16 May 2024 1:34 PM GMT

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