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जबलपुर: कमीशन तय करने स्कूल आते थे बुक पब्लिशर्स चेयरमैन और प्राचार्य के साथ होती थी साँठगाँठ
- जाँच में खुलासा: रिमांड पर लिए गए आरोपियों को डायोसिस ऑफिस लेकर पहुँची पुलिस
- सभी आरोपियों की पुलिस रिमांड गुरुवार को खत्म होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि व किताबों में कमीशनबाजी मामले में रिमांड पर लिए गए 4 आरोपियों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि कमीशन तय करने के लिए बुक पब्लिशर्स स्कूल आते थे।
स्कूल में उनकी मुलाकात चेयरमैन, प्राचार्य और सदस्यों से होती थी। उनके बीच कमीशन की बात तय होने के बाद ही स्कूलों में बिना आईएसबीएन नंबर वाली फर्जी किताबों को खरीदने के लिए छात्रों पर दबाव बनाया जाता था। ज्ञात हो कि इस मामले में बेलबाग पुलिस ने क्राइस्ट चर्च स्कूल के चेयरमैन, प्राचार्य सहित 4 को मंगलवार को रिमांड पर लिया था।
ज्ञात हो कि बेलबाग पुलिस द्वारा जेल में बंद सभी क्राइस्ट चर्च स्कूलों के चेयरमैन अजय उमेश जेम्स, क्राइस्ट चर्च फॉर ब्वाॅयज एण्ड गर्ल्स के प्राचार्य शाजी थॉमस, क्राइस्ट चर्च फॉर ब्वाॅयज सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल सिविल लाइंस की प्राचार्य एलएम साठे और क्राइस्ट चर्च जबलपुर डायसेशन स्कूल सीएमएस कम्पाउंड की प्राचार्य एकता पीटर को मंगलवार को पुलिस रिमांड पर लिया गया था।
रिमांड पर लिए गए आरोपियों में अजय उमेश जेम्स को पुलिस टीम बुधवार को तैयबअली स्थित जबलपुर डायोसिस के ऑफिस लेकर पहुँची। जहाँ अजय के कक्ष से कई सारे दस्तावेज जब्त किए। इनमें कई पब्लिशर्स के कॉन्ट्रैक्ट नम्बर के कार्ड और ब्रॉशर भी हैं।
वहीं ऑफिस के कर्मचारियों से पूछताछ की गई, तो पता चला कि पूरे सालभर पब्लिशर्स का स्कूल आना-जाना लगा रहता था। अब टीम किताबों की जाँच के जरिए यह पता लगा रही है कि आखिरकार क्राइस्ट चर्च स्कूल में सबसे ज्यादा किस पब्लिशर्स की पुस्तकें उपयोग की जा रही थीं। सभी आरोपियों की पुलिस रिमांड गुरुवार को खत्म होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
टूर के साथ देते थे अन्य सुविधाएँ
पुलिस को जाँच में यह भी पता चला है कि पब्लिशर्स द्वारा कमीशन तो दिया ही जाता था, वहीं उनकी किताबों को लगाने की एवज में कई बार टूर व अन्य सुविधाएँ भी दी जाती थीं। इसी तरह का समझौता बुक सेलर्स के साथ भी होता था।
कर्मचारियों को तलब किया
पुलिस ने स्कूल के अकाउंट्स सेक्शन में काम करने वाले कर्मचारियों को रिकॉर्ड के साथ तलब किया है, साथ ही सभी आरोपियाें के बैंक खातों से जुड़ी जानकारियाँ भी माँगी हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें वेतन के अलावा कहाँ से कितनी रकम आती थी।
Created On :   13 Jun 2024 7:14 PM IST