मांग: गड़चिरोली के महामोर्चा में उमड़ा कुनबी समाज का सैलाब

गड़चिरोली के महामोर्चा में उमड़ा कुनबी समाज का सैलाब
20 हजार से अधिक आंदोलनकर्ताओं समेत विभिन्न दलों के नेता हुए शामिल

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। मराठा समाज को कुनबी जाति प्रमाणपत्र न देने व मराठाओं को कुनबी में समावेश न करने की मुख्य मांग समेत अन्य मांग और स्थानीय व राज्यस्तर के ओबीसी समाज की मांगों को लेकर धानोरा रोड पर स्थित शिवाजी महाविद्यालय के प्रांगण से जिलाधिकारी कार्यालय तक कुनबी समाज ने महामोर्चा निकाला। महामोर्चा में 20 हजार से अधिक संख्या में कुनबी समेत ओबीसी समाज ने गड़चिरोली शहर में उपस्थिति दर्शाते हुए सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया। गड़चिरोली शहर से निकला महामोर्चा सीधे जिला कचहरी पर पहुंचा। इस समय विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, ओबीसी बहुजन समाजकल्याण मंत्री, विपक्ष नेता को भिजवाया गया। महामोर्चा में विभिन्न दलों के नेता, पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल थे।

बता दें कि, केंद्र व राज्य सरकार द्वारा निरंतर कुनबी समेत ओबीसी समाज पर किए जा रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के बाद भी उचित निर्णय नहीं लिया जा रहा था। ऐसे में सरकार ने मराठा समाज को कुनबी प्रमाणपत्र देकर ओबीसी का आरक्षण देने निर्णय विचाराधीन करने से कुनबी समेत ओबीसी समाज में जनआक्रोश निर्माण हुआ। इस दौरान गुरुवार को जिले से करीब 20 हजार से अधिक समाज बंधु जिला मुख्यालय में दाखिल हुए। दोपहर को धानोरा मार्ग के शिवाजी कॉलेज से महामोर्चा जिलाधीश कार्यालय की ओर रवाना हुआ पश्चात जिलाधीश कार्यालय के सामने विशाल सभा का आयोजन किया गया था। इस समय समाज संगठन के नेताओं ने अपने भाषण के माध्यम से सरकार के प्रति तीव्र नाराजगी व्यक्त करते हुए न्याय पाने के लिये अंतिम लड़ाई करने का निर्णय लिया। गुरुवार, को गड़चिरोली जिले में निकाले गए कुनबी महामोर्चा में जातनिहाय जनगणना, ओबीसी को 19 प्रतिशत आरक्षण, धान को प्रति क्विंटल 4 हजार रुपये हमी भाव आदि मांगों के फलक ने ध्याना खींचा। कुनबी महामोर्चा में पूर्व मंत्री तथा विधायक अनिल देशमुख, विधायक सुभाष धोटे, विधायक प्रतिभा धानोरकर, विधायक अभिजित वंजारी, विधायक सुधाकर अडबाले, विधायक कृष्णा गजबे, पूर्व विधायक परिणय फुके, पूर्व विधायक डा.अविनाश वाजूरकर, डा.नामदेव किरसान, महेंद्र ब्राम्हणवाडे, सतीश विधाते, विश्वजीत कोवासे, प्रशांत वाघरे, अतुल गण्यारपवार, मिलिंद खोब्रागडे समेत ओबीसी संघर्ष कृति समिति, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ, बीआरएसपी, कलार समाज सेवा संगठन, मूवमेंट फॉर जस्टिस, वंचित बहुजन आघाड़ी, धोबी समाज संगठन समेत अन्य संगठनों के नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता महामोर्चा में शामिल थे। इस दौरान पुलिस ने भी सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया था।


Created On :   6 Oct 2023 3:53 PM IST

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