शहर सरकार की नई तस्वीर: एमआईसी के गठन के साथ पूरी तरह सत्ता में काबिज हुई भाजपा, कांग्रेस के पास अध्यक्ष के साथ अब होगा नेताप्रतिपक्ष का पद

एमआईसी के गठन के साथ पूरी तरह सत्ता में काबिज हुई भाजपा, कांग्रेस के पास अध्यक्ष के साथ अब होगा नेताप्रतिपक्ष का पद
  • एमआईसी के गठन के साथ पूरी तरह सत्ता में काबिज हुई भाजपा
  • कांग्रेस के पास अध्यक्ष के साथ अब होगा नेताप्रतिपक्ष का पद

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पांच माह पहले लोकसभा चुनाव के दौरान महापौर ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। जबकि एमआईसी (मेयर इन कौंसिल) का मंगलवार को नए सिरे से गठन किया है। एमआईसी के १० सदस्यों में ५ कांग्रेस से आए वाले और ५ पुराने भाजपाई पार्षदों को शामिल किया गया है। विभागों में भी बदलाव किया गया है। यानी अब शहर सरकार की तस्वीर बदल गई है। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान से महापौर के अलावा १४ पार्षदों की क्षति का सामना कर रही कांग्रेस के पास अध्यक्ष के साथ अब नेता प्रतिपक्ष का पद होगा। अब तक भाजपा के ६ बार के पार्षद विजय पांडे नेता प्रतिपक्ष का पद संभाल रहे थे।

महापौर के पास अब कोई विभाग नहीं:

दो साल पहले नगरनिगम की सत्ता में काबिज हुए कांग्रेसी महापौर ने उस समय मेयर इन कौंसिल में कुल ९ पार्षदों को शामिल किया था। यानी ९ पार्षदों को ही सभापति बनाकर विभागों का वितरण किया था। जबकि महत्वपूर्ण व मलाईदार माना जाने वाला स्वास्थ्य व स्वच्छता विभाग महापौर ने अपने पास ही रखा था। मंगलवार को हुए एमआईसी के गठन में महापौर के पास कोई विभाग नहीं है।

भाजपा के कद्दावर चेहरों को एमआईसी में स्थान नहीं:

नई एमआईसी में चौंकाने वाली बात यह कि भाजपा के कद्दावर चेहरों और उनकी पार्षद पत्नियों को स्थान नहीं मिल पाया है। इनमें ऐसे पार्षद भी शामिल हैं जो नगरपालिका के दौर से लगातार जीतते व सभापति बनते आ रहे हैं। एमआईसी में नई एंट्री वाले सभी पार्षद पहली बार के पार्षद हैं। हालांकि कांग्रेस से आए वाले एमआईसी के चेहरों में भी सभी पहली बार के पार्षद हैं।

एमआईसी में सांसद के करीबियों का दबादबा, विभाग भी वजनदार:

नई एमआईसी में शामिल होने के साथ विभाग पाने में अधिकांश को सांसद बंटी विवेक साहू के नजदीक होने का फायदा मिला है। श्रीमती प्रवीणा अल्डक को स्वच्छता विभाग मिला है। प्रवीणा भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष व सांसद के करीबी जगेंद्र अल्डक की पत्नी हैं। पार्षद बलराम साहू और शिल्पा राकेश पहाड़े भी सांसद के करीबियों में गिने जाते हैं। वहीं कांग्रेस से आए वालों में पार्षद नमिता मनोज सक्सेना को पुन: पीडब्ल्यूडी सभापति बनाया गया है। उन्हें सीधे सांसद बंटी साहू के जरिए भाजपा में एंट्री पाने का लाभ मिला है। पार्षद अरुणा मनोज कुशवाहा जलकार्य व सीवरेज विभाग की सभापति बनी हैं। इन्हें नरेश साहू के करीबी होने का फायदा मिला है।

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नेता प्रतिपक्ष के लिए....कांग्रेस पार्षदों को चुनना होगा अपना नेता:

कुल ४८ वार्डों वाले नगरनिगम में कांग्रेस के २८ पार्षद जीतकर आए थे। इनमें से १४ ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ज्वाइन कर ली। शेष १४ पार्षदों को अब अपने में से पार्षद दल का नेता चुनना होगा। पार्षद दल का नेता ही नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में होगा। निगम में भले ही कांग्रेस के मात्र १४ पार्षद हैं, लेकिन कई मुद्दों पर उन्हें भाजपा पार्षदों का भी सहयोग मिल सकता है। भाजपा पार्षद पहले ही ३ गुटों में बंटे हुए हैं। भाजपा पार्षदों के एक बड़े गुट से किसी को भी एमआईसी में जगह नहीं मिली है।

अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने करना होगा इंतजार

निगम में भाजपा अब बहुमत में है, लेकिन अध्यक्ष कांगे्रस के हैं। नए नियमों के मुताबिक निगम अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने भाजपा को एक साल का और इंतजार करना पड़ेगा।

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जानिए... एमआईसी में शामिल होकर कौन किस विभाग का सभापति बना:

सभापति विभाग

१. प्रवीणा जागेंद्र अल्डक स्वच्छता व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (कांग्रेस की परिषद में यह विभाग महापौर के पास था)

२. नमिता मनोज सक्सेना लोक निर्माण और उद्यान विभाग (पहले भी यही विभाग था)

३. राहुल उइके योजना एवं सूचना प्रोद्योगिकी

४. संजीव रंगू यादव सामान्य प्रशासन

५. चंद्रभान देवरे वित्त एवं लेखा (पहले भी यही विभाग था)

६. प्रमोद शर्मा विद्युत एवं यात्रिकी (पहले जलकार्य विभाग था)

७. बलराम साहू राजस्व विभाग

८. शिल्पा राकेश पहाड़े शहरी गरीबी उपशमन

९. सुनीता विजय पाटिल यातायात एवं परिवहन

१०. अरुणा मनोज कुशवाह जलकार्य एवं सीवरेज (पहले योजना एवं सूचना प्रोद्योगिकी)

इनका कहना है...

नई एमआईसी में नए लोगों को जिम्मेदारियां दी गई है। मुझे पूरा विश्वास है कि शहर विकास एवं आम जनमानस के हितों में सभी बेहतर ढंग से समन्वय के साथ काम करेंगे।

- विक्रम अहके, महापौर, नगरनिगम छिंदवाड़ा

कांग्रेस अब विपक्ष की भूमिका भी पूरी ताकत से निभाएगी। शहर वासियों की सुविधाओं व उनके हितों के लिए निगम परिषद से लेकर सडक़ तक संघर्ष किया जाएगा।

- धर्मेंद्र सोनू मागो, अध्यक्ष, नगरनिगम छिंदवाड़ा

Created On :   28 Aug 2024 11:15 AM IST

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