शिक्षा विभाग गबन कांड: दो बीईओ, बाबू, चपरासी समेत आठ पर एफआईआर

शिक्षा विभाग गबन कांड: दो बीईओ, बाबू, चपरासी समेत आठ पर एफआईआर
-64 लाख की गड़बड़ी का मामला, बाबू ने अपने और पत्नी के खाते में डाली थी सरकारी मद की राशि

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। शिक्षा विभाग में करीब 64 लाख रुपए के हुए गबन के मामले में आई जांच रिपोर्ट के बाद छिंदवाड़ा बीईओ और सहायक संचालक आईएम भीमनवार, मोहखेड़ बीईओ मनोहर भलावी, लिपिक, शिक्षक, भृत्य सहित कुल आठ लोगों पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। शुक्रवार सुबह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से प्रमोद मौर्य ने कोतवाली थाने में पिछले दिनों वित्त विभाग की जांच रिपोर्ट और इसमें मिली गड़बड़ी के जांच प्रतिवेदन के आधार पर यह शिकायत की है। जिस पर कोतवाली पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में सभी आठ लोगों पर मामला दर्ज कर जांच में लिया है। इन सभी आठों आरोपियों पर धोखाधड़ी, षडय़ंत्र, अमानत में खयानत जैसी धाराओं में अपराध दर्ज हुआ है। कोतवाली थाने में दर्ज हुई शिकायत के अनुसार तकरीबन 63 लाख 71 हजार 516 रुपए का गबन हुआ है। संभागीय कार्यालय वित्त विभाग की टीम ने पिछले माह 14 दिनों तक जांच करने के बाद कलेक्टर को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। कोतवाली पुलिस ने इन सभी आठों आरोपियों पर धारा 420, 406, 409, 34, 120(बी) भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है। हालांकि इसके पहले विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हुई जांच के दौरान दोनों ही लिपिकों ने गबन की राशि तकरीबन 42 लाख रुपए सरेंडर की थी।

इसलिए हुई थी जांच शुरू

लोकायुक्त और इससे जुड़े विभागों के पास निजी खातों में लगातार सरकारी मद की राशि के ट्रांसफर होने की सूचना मिलने के बाद मप्र शासन वित्त विभाग ने मामले की जांच की थी। वित्त विभाग के संभागीय कार्यालय की 5 सदस्यीय टीम और इनके साथ तकनीकी अधिकारी ने सॉफ्टवेयर के माध्यम से रिकार्ड खंगाले, जिसमें दोनों लिपिक और पत्नी के खातों में लाखों रुपए के शासकीय मद की राशि का ट्रांसफर होना सामने आया था। इसमें कुछ अन्य कर्मचारियों के खातों में भी राशि भेजा जाना भी पाया गया था। छिंदवाड़ा बीईओ कार्यालय की जांच होने के बाद मोहखेड़ विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय सारना संकुल में भी गड़बड़ी मिली है।

13 दिनों तक चली थी जांच

इस मामले में वित्त विभाग के संभागीय कार्यालय की पांच सदस्यीय टीम ने 25 जून से 7 जुलाई तक लगातार जांच की थी। इसमें वर्ष वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक शासन की ओर से जारी आवंटन की राशि के खातों का मिलान किया गया था। मामला बीईओ कार्यालय का होने के कारण विकासखंड शिक्षा अधिकारी आईएम भीमनवार सहित इनसे संबंधित अन्य कर्मचारी बाबू जांच के घेरे में आए थे। जांच में शिक्षक और भृत्यों के खातों में भी यह राशि ट्रांसफर की गई थी।

सेवानिवृत्त से लेकर छात्रवृत्ति की राशि में गोलमाल

जांच में जो बात सामने आई है उसमें सहायक ग्रेड दो अनिल कुमार कुड़ापे ने ट्रांजेक्शन के माध्यम से वास्तविक दावेदार का खाता परिवर्तित कर उसके स्थान पर स्वयं का खाता दर्ज कर राशि डाली है। इसके अलावा सेवानिवृत्त, मृत कर्मचारियों के हितलाभों का भुगतान सहायक ग्रेड दो अनिल कुमार कुड़ापे ने स्वयं और पत्नी के खाते में डलवा दिया है। ऐसे ट्रांजेक्शन जो फेल हो जाते है वह राशि भी खातों में डलवा दी गई। कार्यालय में अलग-अलग सामग्री खरीदी व अन्य कार्यों के लिए बनाए गए वेंडर के खाते के स्थान पर अपना खाता नंबर दर्ज कर भुगतान प्राप्त किया। इसी प्रकार सहायक ग्रेड तीन किशोर कुमार जगदाले द्वारा अन्य विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलने वाले हितलाभ की राशि, भृत्य द्वारा अपने बैंक खाते से अन्य दो पृथक नाम के वेंडर बनाए गए है, जिसमें नियम विरुद्ध राशि डाली गई है।

इन लोगों पर हुआ मामला दर्ज

- इन्द्रकुमार भीमनवार विकासखंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा।

- मनोहर भलावी विकासखंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड़

- अनिल कुमार कुड़ोपा सहायक ग्रेड दो कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी

- श्रीमती अंजु कुड़ोपा अशासकीय व्यक्ति पत्नी अनिल कुमार कुड़ोपा

- किशोर जगदाले सहायक ग्रेड तीन शासकीय उमावि उभेगांव विकासखंड छिंदवाड़ा

- सामराव नागवंशी, प्राथमिक शिक्षक, एकीकृत शासकीय उमावि मेघासिवनी संकुल सारना छिंदवाड़ा

- कमलेश कुमार गढ़ेवाल भृत्य शासकीय उमावि सारना विकासखंड छिंदवाड़ा

- संतोष उईके, सहायक अध्यापक एकीकृत शासकीय माध्यमिक शाला मेढक़ीताल संकुल सारना।

इनका कहना है

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा शिकायतकर्ता प्रमोद कुमार मौर्य की ओर से जांच प्रतिवेदन दिया गया था। इसमें वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2023-24 की हुई जांच रिपोर्ट में आर्थिक अनियमितता पाया जाना सिद्ध पाया गया था। जिसके आधार पर कोतवाली थाने में अपराध कायम हुआ है। दो बीईओ, लिपिक, भृत्य सहित आठों आरोपियों पर धारा 420, 406, 409, 34, 120(बी) भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है। इसमें 63 लाख 71 हजार 516 रुपए का गबन है।

- प्रियंका पांडे, सीएसपी, छिंदवाड़ा।

Created On :   21 July 2023 11:13 PM IST

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