कडकड़ाती ठंड: कडकड़ाती ठंडदस साल बाद नवंबर में ऐसी बारिश, स्कूलों में घटी बच्चों की संख्या, 13 डिग्री पर पहुंचा पारा

कडकड़ाती ठंडदस साल बाद नवंबर में ऐसी बारिश, स्कूलों में घटी बच्चों की संख्या, 13 डिग्री पर पहुंचा पारा

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिले में पिछले २४ घंटे में हुई डेढ़ इंच बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया है। बारिश के साथ कडक़ड़ाती ठंड ने समूचे जिले को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दो दिनों में मौसम के ऐसे ही हालात बने रहेंगे और ठंड अपने तीखे तेवर दिखा सकती है। पिछले दो दिनों से मौसम के इस मिजाज का असर आम जनजीवन पर भी पड़ा है। बाजार सूने रहे जबकि ठंड को देखते हुए स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति कम रही। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो पिछले दस साल में यह पहला मौका है जब नवंबर माह में ऐसी बारिश हुई है। जहां एक ओर मौसम के इस मिजाज ने लोगों के जनजीवन को प्रभावित किया है तो वहीं दूसरी ओर तामिया पचमढ़ी जैसे हिल स्टेशनों की ओर लोगों ने अपना रूख किया है।

बीते १० साल में नवंबर माह की बारिश

वर्ष बारिश मिमी में

२०१३ ००

२०१४ २१.६

२०१५ ००

२०१६ ००

२०१७ ३.४

२०१८ ००

२०१९ ५.१

२०२० ७.७

२०२१ १४.४

२०२२ २२.०

२०२३ ३५.१८ अब तक

जिले में कहां कितनी हुई बारिश

जिले में विगत 24 घंटों के दौरान 35.2 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। जिसमें तहसील छिंदवाड़ा में ३४.२, मोहखेड़ में 40, तामिया में 60, अमरवाड़ा में 55, चौरई में 14, हर्रई में 20, सौंसर में 15.5, पांढुर्णा में 15, बिछुआ में 12.6, परासिया में 62.2, जुन्नारदेव में 34.6, चांद में 33 और उमरेठ में 61.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

पांच दिनों का पूर्वानुमान जारी

मौसम विभाग ने पांच दिनों का पूर्वानुमान जारी किया है जिसके तहत २९ व ३० को गरज चमक के साथ बारिश के आसार है। वहीं आगामी ३ दिसंबर तक बादलों की आवाजाही बनी रही तथा कहीं कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। इस दौरान न्यूनतम पारा १२ से १३ डिग्री तथा अधिकतम पारा २१ से २३ डिग्री तक रहने की संभावना है।

कृषि मंडी का आंकड़ा १७ हजार क्विंटल की आवक, परिसर में रखा अनाज भीगा

तीन दिनों बाद खुली कृषि उपज मंडी में एक बार फिर मंंडी के खुले परिसर में रखा मक्का और गेहूं भीग गया। वैसे तो कृषि उपज मंडी में मंगलवार को कुल १७ हजार ९९२ क्विंटल आवक बताई है जबकि इससे दोगुना अनाज के ढेर मंडी परिसर में खुले में पड़े है। कुछ एक में पॉलीथिन ढकी हुई थी तो कुछ खुले में भीग रहा था। मंडी अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को १६ हजार ८३४ क्विंटल मक्का की आवक दर्ज की है जबकि इससे ज्यादा मक्का खुले में फैला हुआ था।

अब बता रहे यह कारण

कृषि उपज मंडी के अधिकारियों की माने तो तीन दिन पहले से ही मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को सलाह दी गई थी। मंडी शेड खाली होने की स्थिति में किसानों को एन्ट्री दी गई लेकिन बहुत से किसान या फिर गल्ले के छोटे व्यापारी अपना अनाज लेकर दूसरे रास्तों से पहुंच गए जिसके कारण शेड के बाहर अनाज को रखा गया। हालांकि यह भी कि बहुत से मंडी शेड में अब भी व्यापारियों का अनाज रखे होने के कारण ऐसी स्थिति बनी रही।

इनका कहना है

॥कृषि उपज मंडी में पूर्व से सूचना दी गई थी जहां कुछ किसानों को एन्ट्री दी गई जिनका अनाज मंडी शेड में रखा गया था। कुछ लोगों रोक के बावजूद अनाज मंडी परिसर में रख दिया था।

- एस.के.परते, सचिव, कृषि उपज मंडी

प्रशासन ने नहीं ली सुध, कडक़ड़ाती ठंड में सुबह की पाली में अब भी लग रहे स्कूल

बारिश के बाद तापमान न्यूनतम १३ डिग्री तक पहुंच गया है। जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। वहीं ऐसे मौसम में भी बच्चों के स्कूल सुबह लग रहे है। सुबह की शिफ्ट में लगने वाले स्कूलों का समय सुबह सात बजे का रहता जरुर है लेकिन इसके लिए सुबह पांच बजे से ही स्कूल बस और बच्चों के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस कडक़ड़ाती ठंड के बावजूद प्रतिस्पर्धा के दौर में निजी स्कूलों ने समय में कोई बदलाव नहीं किया है। मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान और लगातार बारिश और ठंड के प्रभाव होने के बावजूद अब भी बच्चों के स्कूल लगने का समय स्कूल संचालकों ने नहीं बदला है जिसका असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। दो दिनों से बिगड़े मौसम के रवैये के बावजूद प्रशासन ने इस मामले में सुध नहीं ली है।

अभिभावकों की मांग बदले समय

स्कूलों के समय बदलने की मांग अभिभावकों ने की है। अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूलों में बसों से बच्चे पहुंचते है। ऐसे में समय बचाने और बच्चों को स्कूल पहुंचाने की प्रतिस्पर्धा का नतीजा रहता है कि भले ही स्कूल का समय सुबह सात बजे का है लेकिन सुबह पांच बजे के बाद से बच्चों को हर हाल में बसों में सवार होना पड़ता है। अभिभावकों की मांग है कि सुबह की शिफ्ट में लगने वाले स्कूलों का समय बढ़ाया जाए। इसके अलावा प्राथमिक शाला तक की कक्षाएं सुबह नौ बजे के बाद लगाए जाने की मांग रखी है।

Created On :   29 Nov 2023 6:48 AM GMT

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