विक्रांत मैसी ने शेयर किया किस्सा: ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखकर इमोशनल हो गए थे पीएम मोदी, कलाकारों की एक्टिंग और फिल्म कहानी की करी थी तारीफ
- द साबरमती रिपोर्ट के लिए विक्रांत मैसी को मिल रही वाहवाही
- संसद भवन में रखी गई थी फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग
- एक्टर ने शेयर किया किस्सा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। फिल्म स्टार विक्रांत मैसी की हलिया रिलीज फिल्म द साबरमती रिपोर्ट की जमकर तारीफ हो रही है। गुजरात के गोधरा कांड पर बनी इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग 2 दिसंबर को संसद के बालयोगी ऑडिटोरियम में रखी गई थी। फिल्म देखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्री-सांसद और एक्टर्स भी पहुंचे थे।
स्क्रीनिंग के बाद PM मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर फिल्म के मेकर्स की तारीफ की थी। उन्होंने लिखा था- 'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग में साथी एनडीए सांसदों के साथ शामिल हुए। मैं फिल्म के मेकर्स का उनके प्रयासों के लिए सराहना करता हूं।'
'उनकी आंखें भी नम थीं'
टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2024 को दिए इंटरव्यू में विक्रांत ने बताया कि फिल्म को देखते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए थे। उन्हें फिल्म की कहानी बहुत पसंद आई थी। विक्रांत ने कहा, पीएम मोदी को फिल्म पसंद आई। फिल्म की स्क्रीनिंग के टाइम जितना मैं भावुक था, शायद वो भी उतने ही भावुक थे। उनकी आंखें नम थीं। इस बात की तसल्ली है कि हमारा सही प्रयास था कि हमने लोगों तक वो बात पहुंचाई जो 22 साल पहले घटी थी।
पीएम ने की मेरे काम की तारीफ
विक्रांत मैसी ने आगे आगे बताया कि पीएम मोदी ने मुझे बताया कि उन्हें मेरा काम बहुत पसंद आया। यह एक ऐसी तारीफ है जो मेरे साथ जीवन भर रहेगी। उन्हें लगता है कि मैं एक अच्छा एक्टर हूं। मैं अपने पोते-पोतियों को भी यह बात बताऊंगा।
बताया था करियर का हाईएस्ट पॉइंट
पीएम मोदी और अन्य मंत्रियों के साथ फिल्म देखने के बाद विक्रांत ने मीडिया से कहा था कि आज माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ और बाकी कैबिनेट मंत्रियों के साथ फिल्म देखने का एक अलग ही अनुभव था। मैं शायद इसे शब्दों में बयां नहीं कर पाऊंगा। बहुत खुशी है कि इन सबके साथ फिल्म देखने का मौका मिला। माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ फिल्म देखना मेरे करियर का हाईएस्ट पॉइंट है।
बता कि एकता कपूर द्वारा निर्मित यह फिल्म साल 2002 के गोधरा कांड और फिर उसके बाद हुए गुजरात दंगों पर आधारित है। जिस समय यह घटना हुई थी उस समय पीएम मोदी गुजरात के सीएम थे। तब मोदी पर यह आरोप लगे थे कि उन्होंने दंगों को रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए। हालांकि बाद में इस केस की जांच के लिए बने नानावटी आयोग ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।
Created On :   15 Dec 2024 10:19 PM IST