पेरिस ओलंपिक 2024: कुश्ती में जागी एक और उम्मीद, सेमीफाइनल में पहुंचे अमन सहरावत

कुश्ती में जागी एक और उम्मीद, सेमीफाइनल में पहुंचे अमन सहरावत
  • पेरिस ओलंपिक 2024 का 13वां दिन
  • फ्रीस्टाइल रेसिलंग के सेमीफाइनल में पहुंचे अमन सहरवाल
  • अल्बानिया के पहलवान को 12-0 से हराया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक के 13वें दिन 57 किलोग्राम पुरुष फ्रीस्टाइल रेसलिंग कैटेगरी के सेमीफाइनल में पहलवान अमरन सहरावत ने जगह बना ली है। उन्होंने अल्बानिया के पहलवान को 12-0 से पटखनी दी है। अमन सहरावत की इस जीत के साथ ओलंपिक में भारत के मेडल जीतने की उम्मीद भी जाग गई हैं। अगर सेमीफाइनल राउंड को अमन सहरावत पार करके फाइनल में प्रवेश करते हैं। तो उनका सिल्वल मेडल जीतना तय हो जाएगा। इसके बाद फाइनल में अमन सहरवाल गोल्ड जीतने से एक कदम दूर होंगे।

कई गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते

अमन सहरवाल के बतौर एथलीट करियर की बात करें तो वह काफी हद तक सफल रहा है। अमन ने 21 साल की उम्र में कई प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इस साल जाग्रेब में अमन ने गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा अमन ने बुडापेस्ट में सिल्वर मेडल हासिल किया था। जबकि, साल 2022 में 61 किलोग्राम कैटेगरी में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था। इसके बाद अब पेरिस ओलंपिक में वह 57 किलोग्राम कैटेगरी में मेडल जीतने की रेस में बने हुए हैं।

काटों भरी रही है अमन सहरवाल की जिंदगी

कम उम्र में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुके अमन सहरवाल का ओलंपिक तक पहुंचे का सफर चुनौतियों से भरा रहा है। अमन सहरवार ने बचपन में ही अपने माता पिता को खो दिया है। अपनी जिंदगी के मुश्किल दौर से गुजरने के बावजूद अमन सहरवाल एक सफल पहलवान के तौर पर उभरें। अमन सहरवाल ने अपनी बहन की बढ़ाई का पूरा खर्चा अपने कंधों पर उठाया। उनके पास पैसों की कमी थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती सीखी। यहां पर उन्होंने अपने कोच प्रवीन दहिया से कुश्ती के दांवपेंच को सीखा। इसके बाद आज अमन सहरवाल ओलंपिक में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।

Created On :   8 Aug 2024 10:53 AM GMT

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