काउंसलिंग: अब डीईओ ऑफिस के चक्कर काट रहे असंतुष्ट शिक्षक
- संपन्न हुई काउंसलिंग
- अभी भी बड़ी संख्या में शेष हैं शिक्षक
- स्कूलों में खाली पदों के विरुद्ध अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग
डिजिटल डेस्क, सिवनी। दो दिन की भारी गहमागहमी और अव्यवस्था के बीच जिले में शिक्षा विभाग में अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग गुरुवार देर रात पूरी हुई। इसके बाद नई पदस्थापना से असंतुष्ट शिक्षक अब जिला शिक्षा अधिकारी और कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। अभी भी बड़ी संख्या में जिले में शिक्षक अतिशेष हैं। जिनके लिए भविष्य में काउंसलिंग किए जाने की संभावना है।
रही भारी गहमागहमी
अक्सर सूना नजर आने वाले जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बुधवार और गुरुवार को देर रात तक मजमा लगा रहा। दरअसल यहां पर जिले के स्कूलों में खाली पदों के विरुद्ध अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग की जा रही थी। बिना कोई पूर्व इंतजाम किए अधिकारियों ने सभी शिक्षकों को कार्यालय में बुला लिया था। परिसर छोटा होने और बैठने के कोई इंतजाम न होने के कारण कई बार हंगामे की स्थिति बनती बिगड़ती रही। वहीं मौसम भी खुला हुआ था और धूप तीखी ऐसे में शिक्षक परेशान होते रहे।
419 हैं अतिशेष शिक्षक
जिले में शिक्षा विभाग के अंर्तगत तीन विकासखंडों सिवनी, बरघाट और केवलारी में कुल 419 शिक्षकों के नाम अतिशेष की सूची में हैं। लोक शिक्षण संचालनालय और जिला प्रशासन के आदेश के बाद के इन शिक्षकों को रिक्त पदों के विरुद्ध युक्तियुक्तकरण के लिए काफी पहले से प्रक्रिया शुरु कर दी गई थी। जिसके तहत इन शिक्षकों से च्वाइस फिलिंग कराकर पंसद का स्थान मांगा गया था। बुधवार से शुरु होने वाली काउंसलिंग को लेकर एक-दो दिन पहले से ही सुगबुगाहट शुरु हो गई थी। मंगलवार को अनेक शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपनी आपत्ति-दावे दिए। इसके अलावा कई शिक्षकों ने मनपंसद स्थान के लिए कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों और राजनेताओं तक की अनुशंसा प्रस्तुत की। राज्य शिक्षक संघ भी इस दौरान सक्रिय हो गया और शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उनके खिलाफ कोई त्रुटि नहीं होने दी जाएगी।
जबलपुर से आईं संयुक्त संचालक
28 अगस्त को जैसे ही काउंसलिंग शुरु हुई। हंगामे की स्थिति बनने लगी। मौसम, मनपसंद स्थान न मिलने और बदइंतजामी से परेशान शिक्षकों ने हंगामा कर दिया। जिसके बाद कलेक्टर ने मामले में संज्ञान लेते हुए व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। पहले दिन 113 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। गुरुवार को रात नौ बजे तक काउंसलिंग का क्रम जारी रहा। हंगामे की खबर पाकर संयुक्त संचालक कार्यालय जबलपुर से सहायक संचालक संध्या रैकवार को सिवनी आना पड़ा। दूसरे दिन शेष शिक्षकों की काउंसलिंग की गई।
अभी भी ढाई सौ शिक्षक अतिशेष
जिले में कुल 519 शिक्षक अतिशेष थे लेकिन काउंसलिंग के बाद 255 शिक्षक अतिशेष हैं। इन शिक्षकों की काउंसलिंग आगामी दिनों में की जा सकती है। दो दिन की काउंसलिंग में कई शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्हें पसंद का स्थान नहीं मिला है वे नए स्थान पर नहीं जाना चाहते हैं, उनकी आवाजाही शुक्रवार को भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में होती रही। इन शिक्षकों ने अपनी असहमति अधिकारियों को जता दी है। अधिकारी उन्हें भविष्य में होने वाली काउंसलिंग में मौका देने की बात कह रहे हैं।
इनका कहना है,
काउंसलिंग संपन्न हो चुकी है और जो शिक्षक शेष रह गए हैं या जो असंतुष्ट हैं उनके लिए भविष्य में काउंसलिंग की जाएगी।
- एसएस कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी, सिवनी