बदहाल व्यवस्था: गांव से भी बदतर सडकें, स्ट्रीट लाइट खराब, लगे गंदगी के ढेर
- बदहाली का शिकार शहर की सबसे पुरानी न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी, नागरिक परेशान
- कोई सडक़ नहीं चलने लायक
- समय पर नहीं उठता कचरा
डिजिटल डेस्क, शहडोल। शहर का सबसे पुराना व बड़ा रिहासशी क्षेत्र न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी बदहाली का शिकार होकर रहा गया है। सडक़ें ऐसी हो चुकी हैं कि गांव से भी बदतर हालत बन चुके हैं। जगह-जगह की स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, समय पर साफ-सफाई नहीं होने से जगह-जगह गंदगी के ढेर लग जाते हैं। जल सप्लाई भी नाकाफी है। सुबह-शाम 10-15 मिनट के लिए ही सप्लाई होती है। गर्मी के दिनों में लोगों को पानी की कमी हो जाती है। स्थानीय जनों का कहना है कि पिछले कुछ वर्ष से कालोनी की हालत बदतर हो गई है।
कोई सडक़ नहीं चलने लायक
कालोनी की कोई सडक़ चलने लायक नहीं बची है। सीवर लाइन कार्य के दौरान खोदी गई सडक़ की मरम्मत ठीक ढंग से नहीं कराए जाने के कारण उखड़ चुकी है। कालोनी की मेन रोड में बिना बरसात के ही पानी भरा रहता है। क्योंकि पानी टंकी से टैंकरों में पानी भरते समय रिसाव होकर सडक़ के गड्ढों में भर जाता है। इसके अलावा अन्य गलियों की सडक़ें खराब हो चुकी हैं।
समय पर नहीं उठता कचरा
कालोनी की साफ-सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सडक़ों पर कभी कभार ही झाड़ू लगती है। मेन रोड को छोडक़र कालोनी की भीतरी सडक़ों तक सफाई कर्मचारी पहुंचते ही नहीं। लोगों ने बताया कि पूर्व की परिषद में झाड़ू तो लग जाती थी। अब प्रत्येक गली में कचरों के ढेर नजर आ जाएंगे। कालोनी कीो कई सडक़ें मंजूर हो चुकी हैं। चुनाव आचार संहिता के चलते कार्य प्रभावित था, जल्द ही सडक़ों का काम शुरु होगा। सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त की जाएगी।