बिहार के बाहर रहने वालों लोगों की भी जानकारी लेकर उनकी गणना की जाएगी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के बाहर रहने वालों लोगों की भी जानकारी लेकर उनकी गणना की जाएगी
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि जाति आधारित गणना में बिहार के बाहर रहने वालों लोगों की भी जानकारी लेकर उनकी गणना की जाएगी। उन्होंने दोहराया कि गणना में किसी की उपेक्षा नहीं होगी, इससे सभी को लाभ होगा। उन्होंने इस दौरान उन्होंने जय प्रकाश नारायण (जेपी) के संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर बड़े पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन करने की भी बात कही।
पटना में जनता दरबार में मखुयमंत्री कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर जाति आधारित गणना हो जाएगी तो चाहे किसी धर्म, जाति, मजहब के हों, सवर्ण, पिछड़े, दलित, आदिवासी हों, सबके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी कोई भी किसी वर्ग का हो उसकी आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलेगी और उसको बेहतर करने के लिये काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने की तैयारी के बाद जाति आधारित गणना का काम शुरू हो जाएगा। बिहार में सर्वसम्मति से जातीय गणना की बात हुई है। बहुत अच्छे ढंग से जाति की गणना की जाएगी। बिहार के बाहर रहने वालों लोगों की भी जानकारी लेकर उनकी गणना की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमलोगों का प्रयास है कि सबका विकास ठीक ढंग से हो। सब तरह की जानकारी हो जाएगी तो अच्छा होगा, उसका फायदा होगा। किसी की उपेक्षा नहीं होगी। सबका ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2010-11 में जो केंद्र सरकार के द्वारा गणना किया गया उसे भी प्रकाशित नहीं कराया गया। इसके संबंध में जो जानकारी आई है कि यह ठीक ढंग से नहीं हुआ था। हमलोग यहां इसे बढ़िया ढंग से करायेंगे। यहां के अधिकारी इसे अच्छे ढंग से करेंगे और सभी पार्टी के लोग भी मिलकर इसपर काम करेंगे। यहां यह इतने अच्छे ढंग से होगा कि बाकी लोग भी इसकी प्रशंसा करेंगे। उन्होंने कहा कि वैसे लोगों को भी इसमें शामिल किया जाएगा जो पिछले किसी जनगणना कार्य में लगे हुए थे या उसका अनुभव रखते हैं।
जेपी के संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरे होने पर बड़े पैमाने पर समारोह के आयोजन को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सन 1974 में संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जनसभा में हमलोग भी उपस्थित थे। जनसभा में उन्होंने जो कहा था, हमलोग आज भी उनके ही दिखाए मार्ग पर चल रहे हैं। 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस के रुप में मनाने का सिलसिला हमलोगों ने ही शुरू किया था। हमलोग चाहेंगे कि संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर बड़े पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन हो।
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