आईएएनएस-सीवोटर नेशनल मूड ट्रैकर : भारतीयों के बड़े तबके ने भारत जोड़ो यात्रा का प्रचार वीडियो नहीं देखा है
नई दिल्ली आईएएनएस-सीवोटर नेशनल मूड ट्रैकर : भारतीयों के बड़े तबके ने भारत जोड़ो यात्रा का प्रचार वीडियो नहीं देखा है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अपने जनसंपर्क कार्यक्रम भारत जोड़ो यात्रा के शीर्षक गीत का वीडियो 6 सितंबर को लॉन्च किया था। मुख्य विपक्षी दल ने अलग-अलग राज्यों की जनता तक पहुंचने के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है। यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने अभियान का शीर्षक गीत हिंदी में जारी किया। पार्टी की योजना अलग-अलग भाषाओं में शीर्षक गीत जारी करने की है। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा जब जिस राज्य से होकर गुजरेगी, वहां की भाषा में शीर्षक गीत बताया जाएगा।
इससे पहले कांग्रेस सांसद और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा था कि शीर्षक गीत तमिल में 6 सितंबर को, मलयालम में 11 सितंबर को और कन्नड़ में 30 सितंबर को रिलीज किया जाएगा। पार्टी ने यात्रा को लाइव स्ट्रीम करने के लिए पहले ही समर्पित वेबसाइट भारत जोड़ो यात्रा डॉट इन जारी कर दी है।
सीवोटर-इंडियाट्रैकर ने यह जानने के लिए आईएएनएस की ओर से एक राष्ट्रव्यापी जनमत सर्वेक्षण किया कि क्या कांग्रेस के महत्वाकांक्षी जनसंपर्क कार्यक्रम का प्रचार वीडियो जनता तक पहुंचा है? जब लोगों से पूछा गया कि क्या उन्होंने यात्रा के शीर्षक गीत का वीडियो देखा है, तो उत्तरदाताओं का एक बड़ा हिस्सा - 56 प्रतिशत ने नहीं में उत्तर दिया। वहीं, सर्वे में शामिल 44 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखा है।
सर्वेक्षण के आंकड़े बताते हैं कि कांग्रेस जन स्तर पर मतदाताओं तक पहुंचने में पिछड़ रही है। सर्वेक्षण के दौरान, शहरी और ग्रामीण दोनों उत्तरदाताओं के एक बड़े अनुपात ने कहा कि उन्होंने यात्रा के प्रचार वीडियो को नहीं देखा है। सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, 53 प्रतिशत शहरी मतदाताओं और 54 प्रतिशत ग्रामीण उत्तरदाताओं ने उत्तर दिया कि कांग्रेस का प्रचार वीडियो उन तक नहीं पहुंचा है। दिलचस्प बात यह है कि एनडीए के अधिकांश मतदाताओं - 70 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का वीडियो नहीं देखा है, विपक्षी उत्तरदाताओं के उत्तरों को उनके बड़े अनुपात के साथ विभाजित किया गया था - 53 प्रतिशत ने सकारात्मक उत्तर दिया।
देश की सबसे पुरानी पार्टी को उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा के जरिए 2024 में उसका राजनीतिक भाग्य बदलेगा। कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरेगी और 3,500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। इस यात्रा को खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के मुख्य विपक्षी दल के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी सिर्फ 52 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रही थी।
(आईएएनएस)
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