नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा करेगी महत्वपूर्ण बैठक
मणिपुर नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा करेगी महत्वपूर्ण बैठक
डिजिटल डेस्क, इम्फाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से भाजपा विधायकों का एक वर्ग नाराज है। सत्तारूढ़ दल के चार विधायकों ने राज्य सरकार के विभागों से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में नाराजगी दूर करने के लिए भगवा पार्टी गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करेगी। मणिपुर इकाई के भाजपा महासचिव एल. देबेन सिंह ने एक नोटिस जारी कर सभी मंत्रियों और विधायकों को गुरुवार को होने वाली बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कहा है।
देबेन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, मणिपुर इकाई की भाजपा अध्यक्ष ए. शारदा देवी और राज्य के पार्टी के वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल होंगे। पार्टी के एक नेता ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेताओं के निर्देश के बाद गुरुवार को बैठक बुलाई गई है। कई विधायक और राज्य के नेता मुख्यमंत्री की काम करने की शैली और शासन के लिए उनसे नाराज हैं। इससे पहले, भाजपा विधायक चोकचोंम राधेश्याम और करम श्याम ने मुख्यमंत्री के सलाहकार और मणिपुर राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए 13 अप्रैल को चोकचोंम राधेश्याम ने मुख्यमंत्री के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था। राधेश्याम और करम श्याम ने पहली बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार (2017-2022) में मंत्री के रूप में कार्य किया था। 17 अप्रैल को करम श्याम ने मणिपुर राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि इस महीने की शुरुआत में रघुमणि सिंह ने मणिपुर रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी और पाउनाम ब्रोजेन सिंह ने मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
एक वीडियो क्लिप में करम श्याम ने कहा था, एक नेता को फॉलोअर्स को धमकाने के बजाय प्रतिबद्ध और ईमानदार होना चाहिए। अगर इस तरह की धमकियां बार-बार आती हैं, तो फॉलोअर्स के बीच विद्रोह का विस्फोट होना जरूरी है। मणिपुर भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बन रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार में केवल देने वाला और लेने वाला ही जानेगा। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि भाजपा के कुछ और असंतुष्ट विधायक अपने-अपने सरकारी पदों से इस्तीफा दे सकते हैं। नाराज विधायकों में कुछ कुकी (केयूकेई) विधायक भी शामिल हैं, जो कथित तौर पर समुदाय को निशाना बनाने वाले बेदखली अभियान से नाखुश हैं।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इस सप्ताह की शुरुआत में दावा किया था कि विधायकों के बीच कोई मतभेद और नाराजगी नहीं है। 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीतकर, भाजपा ने पिछले साल के चुनावों में लगातार दूसरी बार सत्ता बरकरार रखी थी।
(आईएएनएस)
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