पेट पैरेंटिंग: चीन में बच्चों से ज्यादा कुत्ते-बिल्ली होने की संभावना, आबादी का नियम बदलने के बाद युवाओं की नई पसंद बन रही सरकार के लिए 'सिरदर्द'
- पैरेंट्स की जगह पेट पैरेंट्स बनना पसंद कर रहे युवा
- चीन में बढ़ रही पेट फूड की मांग
- चीन का बर्थ रेट में सालाना 4.2 प्रतिशत तक गिरावट की उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। घटती हुई आबादी के चलते चीन जूझ रहा है। चीन में जल्दी ही बच्चों से ज्यादा जानवरों की संख्या होने की संभावना है। सीएनएन और गोल्डमैन सैश की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में पालतू जानवरों की आबादी साल के अंत तक चार साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या को पार कर देगी। क्योंकि यहां पर पेट पैरेंट्स (बच्चों की जगह पालतू जानवर को रखना) बनने का ट्रेंड बढ़ रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दशकों से चली आ रही एक बच्चे की पॉलिसी के बाद चीन की आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है साथ ही उनका कार्यबल भी कम हो रहा है।
एक बच्चे को पालना कितना मुश्किल?
युवा जनसंख्या अनुसंधान संस्थान की तरफ से किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि चीन में एक बच्चे को पालने के मामले में ये देश सबसे महंगा है। और देशों की तुलना में यहां एक बच्चे को पालने में दुनिया में सबसे ज्यादा खर्चा होता है। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस आता है।
एक बच्चे की नीति कब हुई समाप्त?
चीन की सरकार साल 2016 में एक बच्चे की नीति को खत्म कर दिया था। बाद में साल 2021 में तीन बच्चों को अनुमति देने के लिए जन्म से जुड़े प्रतिबंधों पर ढील दी थी। हालांकि, अब चीन बर्थ रेट को बढ़ाने के लिए स्ट्रगल कर रहा है।
बच्चों की जगह क्या प्रिफर कर रहे हैं लोग?
36 साल के हैनसेन और 35 साल के मोमो दोनों ही बच्चे पैदा नहीं करना चाहते हैं। इसकी जगह वह पालतू जानवरों को पालना पसंद कर रहे हैं। उनकी ही तरह और भी चीन में कपल्स हैं जो बच्चों की जगह पालतू जानवर पालना पसंद कर रहे हैं।
रिपोर्ट में क्या भविष्यवाणी हुई?
गोल्डमैन सैश की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल के अंत तक चीन के शहरी इलाकों में पालतू जानवरों की संख्या चार साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या से ज्यादा हो जाएगी। ये बात पालतू जानवरों के भोजन की बढ़ती मांग से पता चली है। गोल्डमैन सैश ने अनुमान लगाया है कि 2030 तक, शहरी चीन के पालतू जानवरों आबादी देश भर में चार साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या से करीब दोगुनी हो जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में पालतू जानवरों के खाने की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसकी बिक्री 2017 से 2023 तक सालाना रेट 16 प्रतिशत से बढ़कर 7 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। साथ ही अगले छह सालों में चीन में पेट्स फूड 15 अरब डॉलर का उद्योग बन सकता है।
क्यों बढ़ रहा है पेट पैरेंटिंग का ट्रेंड?
20 साल पहले तक चीन में पालतू जानवरों को पालना अमीर लोगों के शौकों में था। मिश्रित नस्ल के कुत्तों को मुख्य तरीके से रक्षक जानवरों के रूप में महत्व दिया जाता था। चीन का बर्थ रेट 2022 से 2030 तक सालाना 4.2 प्रतिशत तक गिरावट आने की उम्मीद है। जिसकी वजह 20 से 35 साल की महिलाओं की घटती आबादी है। साथ ही युवाओं में बच्चा देर से पैदा करना और ना करने की बढ़ती प्रवृत्ति को माना जा रहा है।
क्यों युवा नहीं चाहते हैं बच्चे?
बढ़ती महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता कई चीन में कपल्स को बच्चे पैदा करने से रोक रही हैं। सीएनएन के मुताबिक, "दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था उच्च युवा बेरोजगारी से लेकर लंबे समय तक चलने वाले संपत्ति संकट तक की चुनौतियों का सामना कर रही है।" जिसके चलते चीन की सरकार ने अपने फैसलों में बदलाव किया है। लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।