ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस ने दिया इस्तीफा, दुनियाभर में हलचल तेज

ब्रिटेन में राजनीतिक भूचाल! ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस ने दिया इस्तीफा, दुनियाभर में हलचल तेज

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-20 12:38 GMT
हाईलाइट
  • लिस ट्रस सिर्फ 45 दिन तक ही पीएम पद पर रहीं

डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन की सियासत में अचानक भूचाल आ गया है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह सिर्फ 45 दिन तक ही ब्रिटेन के पीएम पद पर रहीं।  लिज ट्रस ब्रिटेन के नए पीएम बनने तक अपनी पद पर बनी रहेंगी। हालांकि, लिज ट्रस के ब्रिटेन पीएम पद से इस्तीफे को लेकर कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे। अब उन सभी अटकलों पर विराम लग गया है। गौरतलब है कि ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद कंजर्वेटिव पार्टी की नेता लिज ट्रस अपने निकटम प्रतिद्वंदी ऋषि सुनक को हराकर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनी थीं। लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री की रेस में एक बार फिर भारतीय मूल के ऋषि रेस में आ गए हैं। 

इस्तीफे के बाद आया लिज ट्रस का बयान

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद लिज ट्रस ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मुझे लगा कि मैं उन वादों को नहीं पूरा कर पाई, जिनके खातिर में चुनाव लड़ी थी। लिज ट्रस ने आगे कहा कि मैंने जानकारी दे दी है कि अब प्रधानमंत्री से इस्तीफा दे रही हूं। लिज ट्रस ने इस बात पर जोर देकर कहा कि जब वह देश की पीएम बनी थीं, उस वक्त आर्थिक स्थिरता नहीं थी। लिज ट्रस ने ये भी कहा कि हमने टैक्स कम करने का सपना देखा था। साथ ही मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव डालने की भी कोशिश की थी लेकिन मैं इसे डिलीवर नहीं कर पाई हूं, इसलिए अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं।

 लिज ट्रस का मिनी बजट बना मुसीबत

लिज ट्रस सरकार की ओर से हाल ही में ब्रिटेन की संसद में बजट पेश किया गया था। इस बजट में उन्होंने टैक्स बढ़ोत्तरी व महंगाई पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए थे। हालांकि, जल्द ही इन फैसलों को सरकार ने वापस ले लिया था। बताया जा रहा है कि लिज ट्रस जब पीएम पद संभाली थी, तो जनता महंगाई की भीषण मार झेल रही थी। जनता को उम्मीद भी थी कि ट्रस महंगाई पर काबू पाएंगी।

चुनाव में ट्रस जनता को खूब लोकलुभावन वादे किए थे। उन्हें चुनावी वादें ने सत्ता की गद्दी दिलाने में काफी भूमिका निभाई थी। जिनमें उन्होंने जनता से टैक्स कटौती का वादा किया था। हालांकि ट्रस सत्ता में आने के बाद टैक्स में कटौती तो की लेकिन फिर वादे से मुकर गई। उन्होंने कॉरपोरेट टैक्स घटाने के फैसेल को वापस ले लिया। उनके इस फैसले के बाद पार्टी के अंदर बगावती सुर शुरू हो गई थी।

 

 

Tags:    

Similar News