पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज चैनल का लाइसेंस रद्द

पाकिस्तान पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज चैनल का लाइसेंस रद्द

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-13 07:30 GMT
पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज चैनल का लाइसेंस रद्द
हाईलाइट
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  • 000 से अधिक मीडिया पेशेवरों की आर्थिक हत्या

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए)ने एआरवाई न्यूज चैनल का ऑपरेटिंग लाइसेंस रद्द कर दिया।

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पेमरा ने यह फैसला 172वीं बैठक के दौरान लिया, जिसकी अध्यक्षता फिर से नियुक्त प्रमुख सलीम बेग ने की। एक नोटिफिकेशन में, मंत्रालय ने कहा, एआरवाई कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड (एआरवाई न्यूज) के पक्ष में जारी एनओसी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।

नियामक प्राधिकरण के सूत्रों ने कहा कि बेग ने तीन अन्य सदस्यों की उपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता की, जबकि पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) के अध्यक्ष, फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के अध्यक्ष और आंतरिक सचिव सहित चार सदस्य वीडियो लिंक के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

बैठक में कहा गया है, आंतरिक मंत्रालय ने पत्र दिनांक 10.11.2021 के माध्यम से शुरू में एआरवाई कम्युनिकेशन लिमिटेड के सैटेलाइट टीवी लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए एनओसी को मंजूरी दी थी। हालांकि, मंत्रालय ने पत्र दिनांक 11.8.2022 से एआरवाई न्यूज के संबंध में एनओसी को वापस ले लिया है।

एआरवाई मैनेजमेंट ने फैसले की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने एनओसी रद्द कर पत्रकार बिरादरी की आर्थिक हत्या की दिशा में एक और कदम उठाया है। एआरवाई न्यूज ने कहा कि एनओसी रद्द करने का मतलब न्यूज चैनल से जुड़े 4,000 से अधिक मीडिया पेशेवरों की आर्थिक हत्या होगी।

चैनल ने 8 अगस्त को अपने एक शो में रिपोर्ट दिखाई थी, जिसमें खान के एक सलाहकार ने सत्तारूढ़ दल पर सेना के खिलाफ अभियान चलाने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि सेना के अधिकारियों को अपने उच्च अधिकारियों के अवैध और असंवैधानिक आदेशों का पालन नहीं करना चाहिए। इस रिपोर्ट को दिखाने के कुछ घंटों बाद चैनल को बंद करने का आदेश सुना दिया गया।

पीईएमआरए ने कहा कि चैनल ने ऐसी कंटेट प्रसारित किए है, जो अत्यधिक आपत्तिजनक, घृणास्पद और देशद्रोही है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थी, सशस्त्र बलों के भीतर विद्रोह को भड़काने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से पेश की गई थी। एआरवाई न्यूज को इससे पहले भी निलंबन का सामना करना पड़ा था। ब्रिटेन में राजनेताओं के खिलाफ निराधार समाचार प्रसारित करने पर चैनल के ऊपर जुर्माना भी लगाया गया था।

 

आईएएनएस

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