भारत की कूटनीति के आगे झुका चीन, जल्द ही चीन में फंसे भारतीयों की होगी वतन वापसी 

कोविड-19 भारत की कूटनीति के आगे झुका चीन, जल्द ही चीन में फंसे भारतीयों की होगी वतन वापसी 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-14 19:20 GMT
भारत की कूटनीति के आगे झुका चीन, जल्द ही चीन में फंसे भारतीयों की होगी वतन वापसी 
हाईलाइट
  • चीन में फंसे भारतीय लौटेंगे स्वदेश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन ने कोरोना महामारी को देखते हुए वीजा पर कड़ा प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके चलते 2 साल से अधिक समय से कई भारतीय वहां फंसे थे। खबरों के मुताबिक चीन अब भारतीय पेशवरों और उनके परिजनों को वीजा जारी करने की योजना का ऐलान किया है। जिसके कारण अब चीन में रह रहे भारतीयों के मन में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

बताया जा रहा है कि चीनी सरकार इस पर भी विचार कर रही जो भारतीय छात्र चीनी विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं तथा जिन्होंने पढ़ाई के लिए अपने कॉलेज और विश्वविद्यालयों में लौटने की इच्छा जताई है। बताया जा रहा है कि भारत की कूटनीतिक दबाव के कारण ड्रैगन को झुकना पड़ा और भारतीय के हित में फैसला लेना पड़ा। 

भारतीय दूतावास ने वीजा नीति किया अपडेट

डीएनए हिंदी के अनुसार, भारतीय दूतावास ने सोमवार को 2 साल से अधिक समय के बाद अपनी कोविड-19 वीजा नीति को अपडेट किया है। जिसके तहत सभी क्षेत्रों में काम दोबारा शुरू करने के लिए चीन लौटने के इच्छुक विदेशी नागरिकों और उनके परिजनों से वीजा आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। यह कदम उन हजारों भारतीय पेशेवरों और उनके परिजनों के लिए बड़ी राहत है जो 2020 से ही स्वदेश में फंसे हुए हैं।

चीन में फंसे भारतीय लौटेंगे वतन

गौरतलब है कि पिछले महीने चीन में रह रहे कई भारतीय पेशेवरों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से बीजिंग पर फंसे भारतीयों नागरिकों को वापस लाने के लिए दबाव बनाने का अनुरोध किया था। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने बताया कि भारतीयों के अलावा उन चीनी और विदेशी नागरिकों के परिजन भी अपने परिजनों या रिश्तेदारों से मिलने की खातिर वीजा के लिए आवेदन दे सकते हैं।

जिनके पास चीन का स्थायी निवास परमिट है। भारतीयों (जिनमें से कुछ की शादी चीनी नागरिकों से हुई है) के अलावा विभिन्न कंपनियों के लिए काम करने वाले कई चीनी कर्मचारी भी बीजिंग के वीजा प्रतिबंधों और उड़ानें रद्द होने के कारण भारत में फंसे हुए थे।

12 हजार छात्र चीन में पढ़ने जाएंगे

गौरतलब है कि 12 हजार से ज्यादा छात्र कथित तौर पर चीन वापस जाने की इच्छा जताई है और उनका विवरण चीन सरकार को उपलब्ध दिया गया है। हालांकि, चीन द्वारा छात्रों की वापसी से संबंधित मानदंडों को तय किया जाना बाकी है, क्योंकि बीजिंग देश में कोविड-19 के मामलों में हाल ही में बढ़ोत्तरी को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों को एक बार में लौटने की इजाजत देने को तैयार नहीं है। कोरोना की तबाही देखकर चीन अभी कोई रिस्क नहीं उठाना चाहता है। 

 

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