ब्रिक्स समिट 2024: 'सीमा पर शांति हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए', शी जिनपिंग के साथ बातचीत में बोले पीएम मोदी
- PM मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता हुई शुरू
- 5 साल बाद दोनों देश के नेताओं के बीच हो रही वार्ता
- गलवान झड़प के बाद रिश्तों में आ गया था तनाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के कजान शहर में हो रहे ब्रिक्स समिट से इतर भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के बीच बातचीत हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति रहे ये हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। मुझे यकीन है कि हम खुले मन से बातचीत करेंगे और हमारी चर्चा सकारात्मक होगी। बता दें कि साल 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं यह पहली द्विपक्षीय बैठक है। इससे पहले दोनों राष्ट्राध्यक्ष 2019 में ब्राजील में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में मिले थे।
मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, "कज़ान ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। भारत-चीन संबंध हमारे देशों के लोगों के लिए तथा क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। परस्पर विश्वास, परस्पर सम्मान और परस्पर संवेदनशीलता द्विपक्षीय संबंधों का मार्गदर्शन करेंगे।"
उधर, आज (बुधवार) पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ब्रिक्स के आयोजन स्थल पर साथ चलते दिखाई दिए थे। इस दौरान उनके साथ रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी मौजूद थे।
आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ें ब्रिक्स देश
इससे पहले ब्रिक्स समिट के दूसरे दिन पीएम मोदी दो बैठक में शामिल हुए। बैठक में उन्होंने कहा, 'BRICS देशों को आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ना होगा। इस पर दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए।' इसके साथ ही उन्होंने यूएएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) में रिफॉर्म करने की बात पर भी जोर दिया।
अपनी एक अन्य स्पीच में पीएम ने कहा, 'BRICS नए स्वरूप में विश्व की 40% मानवता और लगभग 30% इकोनॉमी का प्रतिनिधित्व करता है। पिछले 2 दशक में संगठन ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे उम्मीद है कि BRICS वैश्विक चुनौतियों के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा।'