परमाणु समझौते को फिर से शुरू होने से रोक रहा अमेरिका का विरोधाभासी व्यवहार
ईरान परमाणु समझौते को फिर से शुरू होने से रोक रहा अमेरिका का विरोधाभासी व्यवहार
- परमाणु समझौते को फिर से शुरू होने से रोक रहा अमेरिका का विरोधाभासी व्यवहार: ईरान
डिजिटल डेस्क, तेहरान। ईरान के संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाकर कलीबाफ ने कहा कि अमेरिकी कार्यों और शब्दों के बीच विरोधाभास 2015 के परमाणु समझौते को फिर से शुरू होने से रोक रहा है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, कलीबाफ ने तेहरान में क्रोएशिया-ईरान संसदीय मैत्री समूह ज्लात्को हसनबेगोविचके अध्यक्ष के साथ सोमवार को हुई बैठक में यह टिप्पणी की।
कलीबाफ ने कहा कि ईरान पर दमनकारी और अवैध प्रतिबंध लगाए गए हैं, इस कठिन परिस्थितियों में कौन से देश साथ में खड़े है, यह महत्वपूर्ण है।
कलीबाफ ने ईरानी और क्रोएशियाई व्यापारियों, निजी क्षेत्रों के बीच संबंधों को सुविधाजनक बनाने की आवश्यकताओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मैत्रीपूर्ण ईरान-क्रोएशिया संसदीय संबंध स्थापित करके एक साल के भीतर द्विपक्षीय आर्थिक संबंध बढ़ सकते हैं।
ईरान ने परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है।
जेसीपीओए के तहत, जुलाई 2015 में हुए इस समझौते में अमेरिका समेत कई शक्तिशाली देश शामिल थे। इस समझौते के तहत ईरान के परमाणु विकास कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाकर बदले में उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में कुछ छूट दी जानी थी।
मई 2018 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते से अमेरिका को निकाल लिया और ईरान पर एकतरफा प्रतिबंध लगा दिए।
समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए अप्रैल 2021 से ईरान और जेसीपीओए पार्टियों के बीच वियना में कई दौर की बैठक हो चुकी हैं।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.