चीन के पारिस्थितिक संरक्षण और पुनर्स्थापन कार्य में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल

प्रकृति का सम्मान , प्रकृति के अनुरूप

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-17 12:40 GMT

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। प्रकृति मानव अस्तित्व और विकास की बुनियादी शर्त है। प्रकृति का सम्मान करना, प्रकृति के अनुरूप होना और प्रकृति की रक्षा करना एक आधुनिक समाजवादी देश के व्यापक निर्माण के लिए अंतर्निहित आवश्यकताएं हैं।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद चीन के पारिस्थितिक संरक्षण और पुनर्स्थापन कार्य में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की गई हैं। पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता में लगातार सुधार किया गया है, जिससे सुंदर चीन के निर्माण के लिए ठोस हरित नींव तैयार की गई है।

हाल ही में पहाड़ों, नदियों, जंगलों, खेतों, झीलों, घास और रेत की एकीकृत सुरक्षा और बहाली परियोजनाओं का एक नया बैच एक के बाद एक शुरू हुआ है। ये परियोजनाएं पारिस्थितिक सुरक्षा बाधा क्षेत्र के प्रमुख विषय के बारे में प्रमुख राष्ट्रीय विकास रणनीति क्षेत्रों में की जाती हैं। वर्ष 2016 से केंद्र सरकार ने देश भर में पहाड़ों, नदियों, जंगलों, खेतों, झीलों, घास और रेत की 51 एकीकृत सुरक्षा और बहाली परियोजनाओं को लागू करने के लिए प्रति वर्ष औसतन 10 अरब युआन का निवेश किया है।

अनुमान है कि वर्ष 2021 से वर्ष 2030 तक कुल पूंजी निवेश 2.5 खरब युआन से अधिक होगी। दस वर्षों में देश भर में कुल 1.02 अरब म्यू (एक म्यू लगभग 666.667 वर्ग मीटर है) वनीकरण पूरा हो चुका है। कृत्रिम वनों का क्षेत्रफल विश्व में पहले स्थान पर है। चीन दुनिया में वन संसाधनों की सबसे तेज़ और सबसे अधिक वृद्धि वाला देश बन गया है।

आईएएनएस

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