फैक्ट चेक: यूपी में फिलीस्तीन का समर्थन करने वाले लोगों का वीडियो हुआ वायरल? जानिए क्या है सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फिलीस्तीन और इजराइल के बीच तीन हफ्तों से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। इसी बीच भारत सहित दुनिया भर में कई जगह इन दोनों देशों के समर्थन को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल ही में एक ऐसे ही प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यूपी के हरदोई जिले में कुछ लोग हमास के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं।
दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘हम लोग we the people’ नाम के एक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा उत्तर प्रदेश- हमास आतंकवादियों के समर्थन में प्रदर्शन करने पर यूपी पुलिस ने हरदोई में कई कट्टरपंथी इस्लामवादियों को गिरफ्तार किया। वीडियों में आप देख सकते है कि कुछ महिलाओं को पुलिसकर्मी जबरन बस में बैठाती हुए नजर आ रही हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अलग-अलग रिएक्शंस के साथ शेयर किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश
— हम लोग We The People (@ajaychauhan41) October 24, 2023
- हमास आतंकवादियों के समर्थन में प्रदर्शन करने पर यूपी पुलिस ने हरदोई में कई कट्टरपंथी इस्लामवादियों को गिरफ्तार किया। pic.twitter.com/LCJV8Qd9gd
पड़ताल
भास्करहिंदी ने इस वायरल वीडियो की जांच के लिए की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। इस दौरान ‘टीआरटी वर्ल्ड’ फेसबुक पेज पर 13 जून 2022 का एक अपलोडेड वीडियो मिला। जिसमें बताया गया कि मुसलमानों के घरों को गिराए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम छात्रों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था। सर्च के दौरान ‘प्रोकेरला’ नाम की वेबसाइट भी मिली। इसमें छपी खबर के मुताबिक, यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश भवन के बाहर हुआ था। जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने यूपी में बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ किया गया था। इस खबर में मौजूद फोटोज में आप महिला पुलिसकर्मियों को दो लड़कियों को पकड़ते हुए देख सकते है। इसी के साथ हरदोई पुलिस ने इस वायरल हो रहे वीडियो को लेकर अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा “जनपद हरदोई में इस प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं हुआ है और न ही हरदोई पुलिस ने इस तरह की कोई गिरफ्तारी की है । हरदोई पुलिस इस भ्रामक खबर का खंडन करती है।”
जनपद हरदोई (उ0प्र0) में इस प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं हुआ है और न ही हरदोई पुलिस द्वारा इस तरह की कोई गिरफ्तारी की गयी है ।@hardoipolice
— Hardoi Police (@hardoipolice) October 24, 2023
इस भ्रामक खबर का खण्डन करती है । pic.twitter.com/qmXyq3J6HO
निष्कर्ष
भास्कर ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो यूपी के हरदोई जिले का नहीं है। बल्कि 2022 में दिल्ली में हुए एक विरोध प्रदर्शन का है।