Fake News: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की बजाए नीला झंडा फहराने पर पुलिस ने लोगों की जमकर पिटाई की, जानें क्या है वायरल दावे का सच
Fake News: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की बजाए नीला झंडा फहराने पर पुलिस ने लोगों की जमकर पिटाई की, जानें क्या है वायरल दावे का सच
डिजिटल डेस्क। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को लाठी से मारते दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि, यह वीडियो स्वतंत्रता दिवस का है। दावे में आगे यह भी कहा गया है कि, कुछ लोगों ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की जगह नीले रंग का झंडा फहराया। नीला झंडा फहराने के चलते पुलिस उन पर जमकर लाठियां बरसाईं। बता दें कि, नीले रंग का झंडा आमतौर पर भारत में दलित राजनीति का प्रतीक माना जाता है। जाहिर है वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि दलित राजनीति से जुड़े लोगों ने तिरंगे की बजाए नीले रंग का झंडा फहराया।
किसने किया शेयर?
कई ट्विटर और फेसबुक यूजर ने इसी दावों के साथ यह वीडियो शेयर किया है।
*कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे को छोड़कर,नीला झंडा फहराया,पुलिस पहुंच गई और अपना डंडा लहराने लगी।*
— Rajan CHoudhary (@RajanCHoudhary_) August 16, 2020
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कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे को छोड़कर,नीला झंडा फहराया,पुलिस पहुंच गई और अपना डंडा लहराने लगी @NehaBGS @ModiNama01 @ItsPanditGirl1 @AnjaliR60814230 @anitadaga26 @nk9300 @daiya_dwarka pic.twitter.com/uQE8deWqWS
— विजेन्द्र पटेल (@Nationfirst9380) August 16, 2020
*15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे को छोड़कर,भीमटो ने नीला झंडा फहराया,पुलिस पहुंच गई और अपना डंडा लहराने लगी।*
— Sachin Gurjar jenniholic (@Sachinjeniholic) August 16, 2020
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*15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे को छोड़कर,भीमटो ने नीला झंडा फहराया,पुलिस पहुंच गई और अपना डंडा लहराने लगी।*
— kanti Lal Raj purohit *प्रशासक समिति* (@Hariomdangra) August 16, 2020
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क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने पड़ताल में पाया कि, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दरअसल गूगल पर सर्च करने पर हमें एक यूट्यूब चैनल पर भी यही वीडियो मिला। यह वीडियो इस चैनल पर 25 मार्च 2020 को अपलोड किया गया था। जाहिर है चूंकि वीडियो पांच महीने पहले ही इंटरनेट पर आ चुका है। तो इसका स्वतंत्रता दिवस से कोई लेना-देना नहीं है। वीडियो के साथ कैप्शन लिखा है - लॉकडाउन तोड़ने का नतीजा।
एक अन्य यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को लॉकडाउन के समय का ही बताया गया है। मार्च में कई सोशल मीडिया यूजर ने इसी वीडियो को लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे शख्स की पिटाई का बताकर शेयर किया था। हालांकि हमें यह पता नहीं चल पाया कि वीडियो का किस घटना से संबंध है। लेकिन यह साफ हो गया कि वीडियो पांच महीने पहले भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। यानी इसका 2 दिन पहले मनाए गए स्वतंत्रता दिवस से कोई लेना-देना नहीं है।
निष्कर्ष : वायरल वीडियो स्वतंत्रता दिवस का नहीं, बल्कि पांच महीने पुराना है। जिसे स्वतंत्रता दिवस का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।