भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट: गायत्री मंदिर से झूला पुल मार्ग, 150 मीटर में 87 गड्ढे
- विभाग के निर्देश पर गड्ढों वाले स्थान पर दोबारा निर्माण किया जाएगा।
- 6 माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सडक़ पर गड्ढे भरने के प्रयास नहीं हुए।
- इस प्रोजेक्ट में लगभग पांच सौ मीटर सीसी सडक़ का निर्माण होना है
डिजिटल डेस्क,शहडोल। तस्वीर में तालाब जैसा यह नजारा संभाग मुख्यालय में गायत्री मंदिर से झूला पुल सडक़ का है। इस मार्ग पर 150 मीटर में 87 से ज्यादा गड्ढे व्यवस्था की नाकामी ही नहीं जिम्मेदारों की लापरवाही का भी बड़ा उदाहरण भी प्रदर्शित कर रही है।
लापरवाही ऐसी कि पुरानी नगर पालिका से पुलिस लाइन पहुंच मार्ग पर बीच में कमिश्नर बंगला और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित पुलिस लाइन से आगे एडीजीपी का भी बंगला है। जाहिर है बंगला है तो अधिकारियों का इस सडक़ पर आवागमन भी होता होगा।
यह अलग बात है कि 6 माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सडक़ पर गड्ढे भरने के प्रयास नहीं हुए। समय पर सडक़ों की मरम्मत का काम नहीं होने से ऐसी स्थितियां शहर में दूसरी प्रमुख सडक़ों की भी है, जहां गड्ढों के कारण नागरिक परेशान हैं।
दो माह और परेशानी- न्यू गांधी चौक से रेलवे स्टेशन पहुंच मार्ग की बात हो या फिर पुरानी नगर पालिका से पुलिस लाइन पहुंच मार्ग की। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की समस्या हो या फिर सोहागपुर में अलग-अलग वार्ड में सडक़ों पर गड्ढों की भरमार।
शहर में जहां भी सडक़ें खराब है वहां बारिश के मौसम में सुधार की गुंजाइश कम ही है। इनमें से कुछ सडक़ों पर नए सिरे से निर्माण का काम प्रस्तावित है। जिसमें काम सितंबर माह के बाद प्रारंभ होने की बात कही जा रही है।
गड्ढे भरने में लापरवाही- नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल का कहना है कि शहर में गड्ढों को भरने के लिए निर्देश दिए हैं। संबंधित कर्मचारियों से बात करते हैं कि इस काम में क्यों लापरवाही बरती जा रही है।
197 लाख रूपए की 3 किलोमीटर सडक़ पर चार माह बाद ही भ्रष्टाचार के गड्ढे
एफसीआई गोदाम से बीज गोदाम होते हुए गोरतरा पहुंच मार्ग तक 3 किलोमीटर सडक़ निर्माण में डामरीकरण के चार माह बाद ही भ्रष्टाचार के गड्ढे नजर आने लगे। लोक निर्माण विभाग की देखरेख में हुए कार्य पर आरोप लग रहे हैं कि ठेकेदार मनोज मिश्रा ने गुणवत्ता मानकों का पालन नहीं किया।
विभाग के निर्देश पर गड्ढों वाले स्थान पर दोबारा निर्माण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में लगभग पांच सौ मीटर सीसी सडक़ का निर्माण होना है, जिसका काम अब तक अधूरा है। ढाई किलोमीटर के डामरीकरण में चार से ज्यादा स्थानों पर सडक़ दब गई है। दो स्थानों पर बड़े गड्ढे होने से गिट्टी बाहर निकल आई है।