Shahdol News: कोर्ट में पक्षकारों की हार-जीत प्रक्रिया का हिस्सा

  • स्थानांतरित प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश को जिला अधिवक्ता संघ ने दी विदाई
  • कोर्ट में जब दो पक्ष लड़ते हैं तो एक पक्ष हारता है और दूसरा जीतता है।
  • जिला एवं सत्र न्यायालय का माहौल बहुत ही अच्छा है और यहां का कार्यकाल अविस्मरणीय रहा।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-19 09:53 GMT

Shahdol News: जिला एवं सत्र न्यायालय में पदस्थ प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश प्रिवेंद्र कुमार सेन का स्थानांतरण होने के बाद जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों एवं अधिवक्ताओं द्वारा विदाई दी गई। अपने उद्बोधन में न्यायाधीश प्रिवेंद्र कुमार सेन ने कहा कि स्थानांतरण एक सतत प्रक्रिया है, जिससे हम सभी को होकर गुजरना पड़ता है। जिला एवं सत्र न्यायालय का माहौल बहुत ही अच्छा है और यहां का कार्यकाल अविस्मरणीय रहा।

कोर्ट में जब दो पक्ष लड़ते हैं तो एक पक्ष हारता है और दूसरा जीतता है। यह एक प्रक्रिया है जो सतत चलती रहती है। शहडोल में बिताया हुए कार्यकाल मुझे सदैव याद रहेगा। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राकेश सिंह बघेल में कहा कि न्यायाधीश प्रिवेंद्र कुमार सेन के कार्यकाल में ही हमें नवीन न्यायालय भवन की सौगात मिली।

उनका सरल, सौम्य स्वभाव न्यायालयीन प्रक्रियाओं को तनाव रहित कर देता था। वरिष्ठ अधिवक्ता रवींद्र श्रीवास्तव, अजय नामदेव, शपथ आयुक्त मंजुला तिवारी, रामकुमार नापित, प्रवीण सराफ, रामविष्णु गुप्ता, शासकीय अधिवक्ता सुरेश जेठानी, गिरीश श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में न्यायाधीश प्रिवेंद्र कुमार सेन के कार्यकाल के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए उनका कार्यकाल न्यायिक प्रक्रियाओं के लिए लाभदायक बताया।

इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ की ओर से विराट मंदिर का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश हितेंद्र कुमार मिश्रा, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय गीता सोलंकी, विशेष न्यायाधीश सुभाष सोलंकी, द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश सविता ओगले, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रीति साल्वे, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अंजय सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अपेक्षा पाटीदार, न्यायिक दंडाधिकारी द्वितीय श्रेणी श्वेता यादव, जिला अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष राजनारायण तिवारी, सचिव सतीश पाठक, सह सचिव शिवनारायण तिवारी, शपथ आयुक्त नरेंद्र त्रिपाठी, अधिवक्ताओं में शैलेश नंदन श्रीवास्तव, राजेंद्र द्विवेदी, राकेश गोले, संतोष भटनागर, उमेश उपाध्याय, रमेश त्रिपाठी, रामनरेश कोल सहित अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता राजनारायण तिवारी ने किया।

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