सतना: सतना नहीं कटनी जिले की रहने वाली है लेप्टोस्पायरोसिस की मरीज
- सतना नहीं कटनी जिले की रहने वाली है लेप्टोस्पायरोसिस की मरीज
- स्वास्थ्य विभाग ने आईडीएसपी के अपर संचालक को लिखी चिट्ठी
डिजिटल डेस्क, सतना। इस साल का पहला रिपोर्ट हुआ लेप्टोस्पायरोसिस का पहला केस असल में सतना का है ही नहीं। इस बात का खुलासा इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) के मौका मुआयना करने के बाद हुआ। दरअसल, जिस 16 साल की लडक़ी में लेप्टोस्पायरोसिस पाया गया वह 10 वर्ष की उम्र से ही कटनी जिले के कैमोर में अपनी बड़ी बहन के साथ रह रही है। जिस समय वह अपने पिता के घर रामपुर बघेलान आई थी तभी वह गंभीर रूप से बीमार हो गई और उसे जबलपुर ले जाया गया था, जहां इस मर्ज की पुष्टि हुई थी। चूंकि लडक़ी के पिता ने अपना पता रामपुर बघेलान लिखवाया था लिहाजा उसके लेप्टोस्पायरोसिस की रिपोर्टिंग स्थानीय आईडीएसपी को की गई।
ऐसे हुई थी बीमार
हासिल जानकारी के मुताबिक बीते 6 सालों से कैमोर में रह रही रूपा (परिवर्तित नाम) आखिरी बार अक्टूबर 2023 में अपने गांव रामपुर बघेलान आई थी। इसके बाद वह वापस कैमोर लौट गई। इसी साल के फरवरी महीने में उसके शरीर में लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण दिखने लगे। काफी दिनों तक बीमार रहने के बाद वह यहां अपने माता-पिता के घर रामपुर बघेलान आ गई जहां उसे भर्ती करने की नौबत आन पड़ी।
बीमारी से अवधि का मिलान नहीं
सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी ने आईडीएसपी के अपर संचालक भोपाल को एक पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। पत्र में लिखा गया कि आरआरटी ने संबंधित गांव का दौरा किया जहां पता चला कि यह मरीज स्थायी रूप से कैमोर स्थिति अपनी बहन के यहां रहकर पढ़ाई कर रही है, वहीं वह बीमार हुई। बीमार होने पर उसका उपचार कैमोर और विजयराघवगढ़ में भी जहां जहां से एक निजी चिकित्सक ने उसे जबलपुर रेफर कर दिया। सीएमएचओ ने लिखा कि अक्टूबर माह में एक दिन के लिए अपने गांव आई बालिका की अवधि लेप्टोस्पायरोसिस के संक्रमण काल से नहीं मिल रही, जिससे स्पष्ट है कि मरीज को संक्रमण कैमोर से मिला।