सतना: लिफ्ट के 15 फीट गहरे बेसमेंट में गिरी युवती की हालत गंभीर
- तकरीबन 3 घंटे तक चले उपचार में बीपी और आक्सीजन लेवल कंट्रोल में आया।
- मदद की गुहार लगाई लगाई लेकिन वहां कोई उसकी आवाज सुनने वाला नहीं था।
डिजिटल डेस्क,सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत जीवन अपार्टमेंट-2 के ग्राउंड फ्लोर पर लगी लिफ्ट के 15 फीट गहरे बेसमेंट में गिरने से 22 वर्षीया एक युवती अंकिता तिवारी गंभीर रुप से घायल हो गई। उसे बेहोशी की हालत में रीवा रेफर किया गया है।
जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि घटना के बाद से अंकिता को झटके आ रहे हैं, हेड इंज्युरी की आशंका के कारण उसे रीवा मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जरी की आईसीयू में भर्ती कराया गया है। जिस वक्त उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया था, उस वक्त उसका बीपी नहीं मिल रहा था।
आक्सीजन लेवल घटकर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था। तकरीबन 3 घंटे तक चले उपचार में बीपी और आक्सीजन लेवल कंट्रोल में आया।
30 मिनट पड़ी गहरे अंधेरे गडढे में
जवाहर नगर निवासी रामपाल तिवारी की पुत्री अंकिता की मां माया तिवारी के हवाले से पुलिस ने बताया कि उनकी बेटी शुक्रवार की सुबह घर से एक इंटरव्यू में जाने की बात कह कर घर से निकली थी। जीवन अपार्टमेंट-2 के फोर्थ फ्लोर पर संचालित एक प्रायवेट संस्था में उसका इंटरव्यू था।
वह लगभग 11 बजे लिफ्ट के लिए ग्राउंड फ्लोर पर पहुंची। फ्लोर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि अंकिता ने लिफ्ट का चैनल खोला और जैसे ही अंदर दाखिल हुई वह सीधे 15 फीट गहरे बेसमेंट में जा गिरी।
उसने मदद की गुहार लगाई लगाई लेकिन वहां कोई उसकी आवाज सुनने वाला नहीं था। लगभग 30 मिनट तक वह गहरे अंधेरे गडढे में पड़ी रोती रही। इसी बीच किसी ने उसके रोने की आवाज सुनी और इस तरह से उसे बेसमेंट के गड्ढे से निकालने के लिए रेस्क्यू शुरु किया गया।
क्यों आई ये नौबत
तकनीकी जानकारों का मानना है कि ऐसी घटनाएं आमतौर पर लिफ्ट में सेफ्टी पिन लॉक की जगह प्लेन लॉक का उपयोग किए जाने के कारण होती हैं? प्लेन लॉक के इस्तेमाल से प्राय: चैनल डोर लॉक नहीं होने के बाद भी लिफ्ट के आपरेट होने की आशंका रहती है।
प्रथमदृष्टया माना जा रहा है कि अगर सेफ्टी पिन लॉक होता तो चैनल गेट बंद हुए बिना लिफ्ट आपरेट नहीं होती। पुलिस मामले की जांच कर रही है।