सतना: रिश्तों की डोर का मजबूत करते अलविदा हुए प्रतिभागी, अगले साल मिलने का फिर वादा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-22 09:15 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। शनिवार को दैनिक भास्कर गरबा का चौथ और अंतिम दिन रहा। गरबा स्थल पर शाम को अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां की भव्यता को देखकर ऐसा लगा मानो चांद, तारे जमी पर उतर आए हों। गरबा शुरू होने से पहले समारोह स्थल मां की भव्य महाआरती उतारी गई। गरबा में भक्ति के साथ शौर्य का संगम भी दिखाई दिया। महाआरती के बाद गरबा का दौर फिल्म की भांति दिल को लुभाने वाला रहा, हर पल बदले दृश्य में लोगों के नए-नए रूप आंखों के आगे आते और विलीन हो जाते। महाआरती के बाद जैसे ही गरबा और डांडिया की शुरुआत हुई, मधुर संगीत कानों तक पहुंचा, कोई मीरा बनकर नृत्य कर रही थी तो कोई साधू का वेश रचाकर सभी को अचंभित कर रहा था। दैनिक भास्कर गरबा महोत्सव के अंतिम दिनों के यादगार पलों को सजोने के लिए अतिथि के रूप में एमपी त्रिपाठी प्रेसिडेंट प्रिज्म सीमेंट, रोहित सिंह एरिया मैनेजर रेलवे, राजा राम त्रिपाठी पूर्व महापौर, रविंद्र सिंह सेठी, जीडी त्रिपाठी अधीक्षण यंत्री विद्युत विभाग, रवि शंकर गौरी हरिओम गुप्ता विनय शुक्ला देवेंद्र मिश्रा प्रमोद तिवारी अनामिका सिंह संजीव शर्मा पूजा शर्मा राजू गुप्ता उपस्थित रहे।

पार्टिसिपेट में जोश और उत्साह

जहां आमंत्रित अतिथियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई वहीं गरबे के अंतिम दिन लोगों के अपार उत्साह और पार्टिसिपेंट्स के जोश ने माहौल को भक्ति, खूबसूरती और रास-उल्लास के रंगों से सराबोर कर दिया है।

रास-उल्लास के रंगों से सराबोर हुआ ग्राउंड

पार्टिसिपेंट्स भक्ति-भाव के साथ भावुक भी हो रहे थे क्योंकि इन चार दिनों में जैसे पूरा गरबाएक मैत्री भाव में भी गरबे कर रहा था। इन पलों को यादगार बनाने के लिए पार्टिसिपेंट्स ने कभी हंसकर-कभी भावुक होकर विदा ली। कुछ ने इन पलों को हमेशा-हमेशा के लिए यादगार बनाने के लिए मोबाइल से सेल्फी ली। अंतिम दिन लोगों के अपार उत्साह और पार्टिसिपेंट्स के जोश ने माहौल को भक्ति, खूबसूरती और रास-उल्लास के रंगों से सराबोर कर दिया है।

गरबे में छाए सतरंगी रंग

गरबे की चौथी और अंतिम शाम देखने वालों की तदाद पहले से कहीं ज्यादा रही। इसमें जहां प्रतिभागियों के अभिभावक उपस्थित रहे वहीं उनके रिश्तेदार भी इस गरबे में शामिल होकर इसका भरपूर लुत्फ उठाया। इस गरबे में छाए रहे सतरंगी रंग ने लोगों को खूब प्रभावित किया। तरह-तरह के परिधानों में सजे प्रतिभागियों के निराले अंदाज ने हर किसी का मनमोह लिया। यहां आ रहे लोगों की माने तो उनका एक ही कहना था कि आज की इस भागदौड़ जिंदगी में लोगों को एक दूसरे से मिलने का वक्त नहीं होता है ऐसे में कुछ खास मौके न होते हैं जिससे रिश्तों की डोर मजबूत होती है और आपस का प्रेम बना रहता है।

गरबे का अंतिम दिन दिखा अपार जोश

लोगों के दिलों में बस जाने वाले प्रतिभागियों की दिलकस अदाओं ने अपना जादू बिखेरा वहीं इस मौके में हर किसी में कुछ हटकर दूसरे से करने का जुनून लोगों में दिखाई दिया। इसके लिए हर कोई सबसे जूदा और सबसे अलग एवं निराले अंदाज में दिखाई दिया।

Tags:    

Similar News