सतना: प्राथमिक शाला की गिरी छत, बाल-बाल बचे 2 दर्जन बच्चे

  • विद्यालय भवन की छत जर्जर होने के कारण गिरी है।
  • ग्राम पंचायत के अन्य भवनों या फिर निकटतम विद्यालय में कक्षाएं संचालित की जाएं।
  • विद्यालय का संचालन दो किलोमीटर दूर स्थित शासकीय प्राथमिक पाठशाला नौगवां में होगा।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-03 08:40 GMT

डिजिटल डेस्क,सतना। अमदरा स्थित हरिजन आदिवासी बस्ती की प्राथमिक पाठशाला के एक कमरे की छत शुक्रवार की दोपहर 12 बजे भरभरा कर गिर गई। गनीमत थी कि इस कमरे में कक्षा का संचालन काफी पहले से बंद कर दिया गया था। इसी कमरे के ठीक बगल में बरामदे में लगभग दो दर्जन विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे थे।

छत गिरने की आवाज को सुनकर बच्चे भी सहम गए और स्कूल भवन से दूर हो गए। बताया गया कि यह भवन 1997-98 में बनवाया गया था। 26 साल पुराना हो चुका यह भवन बारिश के दिनों में टपकता था। जर्जर स्थिति को देखते हुए कक्षाओं का संचालन बरामदे में किया जाता था।

मौके पर पहुंचे प्राचार्य और बीआरसीसी

स्कूल भवन की छत गिरने की सूचना जैसे ही जिला शिक्षा केन्द्र को मिली तो उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य और बीआरसीसी को मैहर मौके पर भेजा गया। बीआरसीसी ने अपना प्रतिवेदन डीपीसी को भेजा है। अब विद्यालय का संचालन दो किलोमीटर दूर स्थित शासकीय प्राथमिक पाठशाला नौगवां में होगा।

एक सैकड़ा से अधिक स्कूल जर्जर

डीपीसी विष्णु त्रिपाठी ने बताया कि जिले में एक सैकड़ा से अधिक स्कूल ऐसी हैं, जिनके भवनों की स्थिति जर्जर हो चुकी है। कलेक्टर सतना और मैहर द्वारा सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को आदेश दिए गए हैं कि इन जर्जर भवनों में स्कूल का संचालन न किया जाए। ग्राम पंचायत के अन्य भवनों या फिर निकटतम विद्यालय में कक्षाएं संचालित की जाएं।

इनका कहना है

विद्यालय भवन की छत जर्जर होने के कारण गिरी है। कक्षाओं का संचालन वहां नहीं हो रहा था। अब यह स्कूल दो किलोमीटर दूर स्थित प्राथमिक शाला नौगवां में संचालित होगा।

विष्णु त्रिपाठी, डीपीसी

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