सतना: दिल्ली से बुलाकर युवक का अपहरण, वसूली 50 हजार की फिरौती
डिजिटल डेस्क, सतना। अपनी शादी के बहाने 20 वर्षीय युवक को दिल्ली से बुलाकर अगवा करने और फिरौती वसूलने की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर अपहृत को मुक्त करा लिया। आरोपियों से फिरौती की रकम भी जब्त की गई है। अन्य आरोपियों समेत बाइक और बोलेरो की तलाश की जा रही है। टीआई शंखधर द्विवेदी ने बताया कि सोमवार दोपहर को तकरीबन 1 बजे पन्ना जिले के कुंवरपुर निवासी अनिल राय 23 वर्ष, ने कोतवाली पहुंचकर अपने ही गांव के रोहित पुत्र संतोष वर्मन 20 वर्ष, का रेलवे स्टेशन के पास से अपहरण हो जाने की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर धारा 364ए के तहत कायमी कर जांच शुरू की गई। साइबर सेल की मदद से अपहृत और आरोपियों के छिपने के ठिकाने का पता लगाते हुए डेढ़ घंटे के अंदर ही पुलिस टीम ने स्टेशन रोड पर घेराबंदी कर मुख्य आरोपी अंकित पुत्र मनोज द्विवेदी 18 वर्ष, निवासी खरवाही, थाना अमरपाटन और एक नाबालिग, को गिरफ्तार कर अपहृत रोहित को मुक्त करा लिया।
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती ---
आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद पीडि़त युवक ने खुलासा किया कि वह पिता के साथ दिल्ली में रहकर काम करता है। लगभग दो माह पहले इंस्टाग्राम के जरिए आरोपी अंकित से उसकी दोस्ती हो गई, तब से लगातार बातचीत हो रही थी। कुछ दिन पूर्व आरोपी ने 2 सितम्बर को प्रेमिका से लव मैरिज की बात कहते हुए उसे शादी में शामिल होने का न्यौता दिया तो वह मान गया और आनंद बिहार- रीवा ट्रेन से 1 सितम्बर की सुबह सतना पहुंच गया, मगर तब आरोपी अंकित लेने नहीं आया, बल्कि बुआ के बेटे विजय को भेज दिया, जिसके साथ बाइक में बैठकर पीडि़त जैसे ही स्टेशन से निकला तो मुख्य आरोपी 4-5 अन्य लोगों के साथ बोलेरो से आया और उसे जबरन गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गया।
लगातार बदलते रहे ठिकाना ---
रोहित को बोलेरो में बैठाने के बाद आरोपी लगातार जगह बदलते रहे। पहले बस स्टैंड पहुंचे, फिर वहां से माधवगढ़, बिहरा होते हुए खरवाही गए और रात में वापस सतना आकर अंधेरी पुलिया के पास रुक गए। इस बीच आरोपियों ने पीडि़त के फोन-पे अकाउंट में जमा 5 हजार रुपए निकाल लिए, तो उसी के मोबाइल से पिता को फोन कर दो बार में 20 हजार रुपए उसके खाते में डलवाकर हड़प लिए। इसके बाद जब पिता और पैसे देने में नाकाम रहा तो गांव में मां और भाई को फोन कर धमकाया, जिन्होंने परिचित अनिल राय के माध्यम से 3 बार में 25 हजार रुपए भेजे। इसके बावजूद आरोपी और पैसों के लालच में युवक को छोडऩे के लिए तैयार नहीं हुए। डरे-सहमे परिजन सोमवार सुबह सतना आए और जीआरपी चौकी पहुंचकर शिकायत की, मगर रेल पुलिस ने बाहर का मामला बताते हुए पल्ला झाड़ लिया।
कोतवाली पुलिस ने दिखाई तेजी ---
अंतत: पीडि़त परिवार ने कोतवाली जाकर एसआई हेमंत शर्मा को घटनाक्रम से अवगत कराया, तो उन्होंने फौरन थाना प्रभारी को सूचित कर दिया। तब पुलिस हरकत में आ गई और तेजी से कार्रवाई करते हुए अपहरणकांड का खुलासा कर दिया। पकड़े जाने के दौरान मुख्य आरोपी और उसका नाबालिग साथी स्टेशन के पास रोहित की निगरानी कर रहे थे, जबकि बाकी साथी बोलेरो से खाने-पीने का इंतजाम करने गए थे, पर जैसे ही कार्रवाई की भनक लगी तो फरार हो गए। उनकी तलाश के लिए अलग-अलग टीमों को रवाना किया गया है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से फिरौती के 20 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इस बीच यह भी बात सामने आई है कि मुख्य आरोपी की दोस्ती सतना निवासी एक युवती से है, जिसकी शादी पन्ना में पीडि़त रोहित के परिचित युवक से तय हो गई थी और उक्त युवक रिश्ता तोडऩे को राजी नहीं था। ऐसे में रोहित को मोहरा बनाकर शादी तुड़वाने के लिए यह साजिश रची गई, पुलिस इस पहलू की भी पड़ताल कर रही है। अपहरणकांड के खुलासे में थाना प्रभारी के साथ एसआई हेमंत शर्मा, देवेन्द्र मसखरे, प्रधान आरक्षक अखंड प्रताप सिंह, आरती चतुर्वेदी, आरक्षक राहुल सिंह और साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह ने अहम भूमिका निभाई।