मेडिकल स्टोर के बाहर महिला की मौत का मामला, आयुष डॉक्टर समेत दो के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज
डिजिटल डेस्क, सतना। अस्पताल चौक में स्थित अंकुर मेडिकोज में आयुष डॉ. पूनम अग्रवाल के इलाज के बाद बुखार से पीडि़त महिला राजाबाई पत्नी रामकिशोर विश्वकर्मा (४०) निवासी पटना-तमोली, जिला पन्ना की मौत के सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपी डॉ. पूनम अग्रवाल, मेडिकल स्टोर संचालक सुमित अग्रवाल और आशा कार्यकर्ता गीता सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की आईपीसी की धारा ३०४, ३४ के खिलाफ कायमी कर डॉ. पूनम अग्रवाल और सुमित अग्रवाल को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। फरार आशा कार्यकर्ता की तलाश जारी है। ज्ञात हो कि महिला की मौत के बाद परिजन ने हंगामा कर दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। हालात बिगड़ते देख सिटी कोतवाल ने मोर्चा संभाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया था।
इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी थी हालत
उल्लेखनीय है कि रामकिशोर विश्वकर्मा १० दिन से बुखार से पीडि़त पत्नी राजाबाई को लेकर २ सितंबर को जिला अस्पताल आया। आशा कार्यकर्ता गीता सिंह ने अस्पताल में अच्छे डॉक्टर नहीं मिलने की बात कहकर रामकिशोर को झांसे में लिया और मरीज को अस्पताल चौक स्थित अंकुर मेडिकोज ले गई। वहां आयुष डॉ. पूनम अग्रवाल ने एलौपैथिक पद्धति का दर्द निवारक और एसिडिटी दूर करने का इंजेक्शन लगा दिया था। दो इंजेक्शन लगाने के बाद राजाबाई की हालत बिगड़ी तो डॉक्टर ने उसे बाहर चबूतरे में लिटा दिया था, जहां थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई थी। डॉक्टर ने खुद स्वीकार किया था कि उनके पास बीएएमएस की डिग्री है और उनको एलोपैथ से इलाज करने का अधिकार नहीं है।