हैवानियत: चित्रकूट के भरत घाट में बीमार नाबालिग से गैंगरेप
-प्रेमी समेत 6 आरोपी गिरफ्तार, आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर
सतना। चित्रकूट में मंदाकिनी तट पर स्थित भरतघाट में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात एक नाबालिग से गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने प्रेमी समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बालिका बरौंधा थाना क्षेत्र के एक गांव से अपनी मां के साथ इलाज के लिए चित्रकूट आई थी। रात हो जाने के कारण मां अपनी बेटी को पूर्व परिचित युवक मनोज यादव के घर पर छोड़ गई थी। पुलिस के मुताबिक मनोज पीडि़ता का प्रेमी है। यह वारदात तब हुई जब दोनों रात तकरीबन एक बजे मंदाकिनी तट पर भरतघाट पर बैठे थे।
शराब के नशे में थे आरोपी-
पीडि़ता के हवाले से पुलिस ने बताया कि इसी बीच शराब के नशे में धुत्त आरोपी विनोद निषाद पिता रज्जू (23) निवासी केवटरा नयागांव चित्रकूट, राम गोपाल पिता कैलाश (23)निवासी कटरा-गूदर कर्वी (यूपी), मोहित निषाद उर्फ गोलू पिता मुनेश (23) निवासी नयागांव चित्रकूट, पंकज जोशी उर्फ रम्मत पिता छंगू (18) निवासी चौगलिया सीतापुर (यूपी) और संतोष कुशवाहा उर्फ बच्चू पिता राममिलन (20) निवासी केवटरा, भरत घाट पहुंच गए। आरोपी बालिका और उसके युवक को पकड़ कर अलग-अलग नावों में ले गए। नदी की मझधार में 5 आरोपियों ने बीमार नाबालिग से गैंग रेप किया और फिर उसे अस्त-व्यस्त हालत में भरत घाट में छोड़कर भाग गए।
पास्को के साथ एससी-एसटी एक्ट भी-
इस मामले में पुलिस ने साथ युवक मनोज यादव पिता मोहन यादव (21) निवासी सोहाना समेत 6 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की दफा 363, 366ए, 76, 376डी, 506 , पास्को एक्ट के सेक्सन 3/4, 5/6 और एससी-एसटी एक्ट 3(2,5) के तहत अपराध दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। चित्रकूट में सरेआम गैंग रेप की हवा चित्रकूट पुलिस को सुबह 5 बजे तब लगी जब साथी युवक के साथ नाबालिग पीडि़ता स्वयं अपराध दर्ज कराने के लिए थाने पहुंची।
उधर महिला से गैंगरेप के आरोपियों के गिराए घर
2 मई की शाम को मैहर थाना क्षेत्र में खेरवाकला के पास 28 वर्षीय महिला से गैंगरेप और लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी अंडा उर्फ आनंदराम पुत्र श्रवण कुमार तिवारी 22 वर्ष और राजा बाबू उर्फ टिल्ली सिंह पुत्र पुष्पेन्द्र सिंह 20 वर्ष निवासी खेरवाकला, के मकान बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिए गए। शुक्रवार सुबह 11 बजे तहसीलदार जितेन्द्र पटेल, एसडीओपी लोकेश डाबर और टीआई अनिमेष द्विवेदी दलबल के साथ गांव पहुंचे, जहां पंचनामा कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों के घर तोड़ दिए गए। इससे पहले पंचायत की तरफ से आरोपियों को नोटिस भी जारी की गई थी, लगभग दो घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार के प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। पुलिस ने वारदात के दूसरे ही दिन आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों क पीछे पहुंचा दिया था।