मराठा आरक्षण: अजीत पवार-उदय सामंत के बैनर फाड़े, प्रदर्शनकारियों ने ली जलसमाधि, फल-सब्जी बाजार का कामकाज ठप्प
- प्रदर्शनकारियों ने अजीत पवार और उदय सामंत के बैनर फाड़े
- मार्केट यार्ड में थोक फल और सब्जी बाजार बंद
- इंदापुर में प्रदर्शनकारियों ने ली जलसमाधि
डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा आरक्षण के समर्थन में बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने डीपी रोड पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उद्योगमंत्री उदय सामंत के बैनर फाड़ दिए। स्वदेशी दिवाली कार्यक्रम के हिस्से के रूप में वंचित विकास संस्था द्वारा महाराष्ट्र राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से 1 से 5 नवंबर तक म्हात्रे ब्रिज के पास शुभारंभ लॉन में प्रदर्शनी और बिक्री का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उद्योग मंत्री उदय सामंत को करना था। जब नेता, मंत्री और जनप्रतिनिधियों के लिए गांव बंद का ऐलान किया गया, तो ऐसे कार्यक्रम कैसे चल सकेंगे? इसी सवाल को लेकर कुछ प्रदर्शनकारी उनका विरोध और विरोध करने के लिए इकट्ठा हो गए।
उधर मार्केट यार्ड में थोक फल और सब्जी बाजार बंद रहा। बाजार प्रांगण में सभी लेनदेन बंद हो जाने से बाजार परिसर में सन्नाटा छाया रहा। व्यापारियों ने बाजार प्रांगण के साथ-साथ फूल बाजार के साथ-साथ मध्य भगत में महात्मा फुले मंडी में भी बंद का पालन किया। इसका असर पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों की सब्जी मंडी और फल बाजारों पर भी देखा गया।
हमेशा व्यस्त रहने वाले सब्जी, फल बाज़ार प्रांगण, मंडी क्षेत्र में सन्नाटा छाया रहा। किसानों के साथ व्यापारियों ने भी बंद में शामिल होकर बंद का समर्थन किया। कृषि उपज बाजार समिति के अध्यक्ष दिलीप कालभोर ने बताया कि नियमानुसार कृषि उत्पादन मंडी समिति को बंद नहीं किया जा सकता था, इसलिए फल मंडी एवं भुसार मंडी को जारी रखा गया। किसानों ने अपनी उपज की बिक्री खुद ही की। फलों और सब्जियों की 14 गाड़ियां आईं। हालांकि, व्यापारियों और श्रमिकों ने बंद का आह्वान किया। किसान भी मराठा आरक्षण के समर्थन में दिखे, इसलिए गुलटेकड़ी बाजार समिति में किसानों का माल नहीं आया।
पिंपरी चिंचवड़ में सांसद, विधायकों को 24 घंटे का अल्टीमेटम
मराठा समाज की ओर से पिंपरी चिंचवड़ शहर में आंदोलन के साथ-साथ विभिन्न इलाकों में क्रमिक भूख हड़ताल जारी है। हालांकि, शहर के चार विधायक महेश लांडगे, अन्ना बनसोडे, अश्विनी जगताप और उमा खापरे तथा सांसद श्रीरंग बारणे ने अभी तक अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की है। इसे लेकर मराठा समाज के कार्यकर्ताओं की डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर चौक पर बैठक हुई। इस अवसर पर सतीश काले, प्रकाश जाधव, मारुति भापकर, धनाजी येलकर पाटिल, नकुल भोईर, वैभव जाधव, मीरा कदम, सुनीता शिंदे, कल्पना गिड्डे, नानासाहेब वारे आदि उपस्थित थे। बैठक में स्थानीय विधायकों और सांसदों को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की गई। साथ ही अगले 24 घंटे में विधायक, सांसद अपनी भूमिका स्पष्ट करें, अगर ऐसा नहीं किया गया तो शहर का मराठा समाज जल्द ही आपके पास जाकर सोये हुए विधायकों और सांसदों को नींद से जगायेगा।
नवले ब्रिज बंद करनेवाले 500 प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज
मराठा आरक्षण के लिए मुंबई-बेंगलुरु बाईपास पर नवले ब्रिज के पास विरोध प्रदर्शन करने पर सिंहगढ़ रोड पुलिस ने रवि पडवाल, प्रशांत पवार, निखिल पानसरे, योगेश दासवाडकर, उमेश महाडिक, संतोष साठे, निखिल धूमल, समीर घाटे, अभिषेक भारम, विराज सोले समेत 400 से 500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में पुलिस कांस्टेबल नितिन खुटवाड ने सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
इंदापुर में प्रदर्शनकारियों ने ली जलसमाधि
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की नींद तब उड़ गई जब इंदापुर तालिका के कलाशी, गंगावलन क्षेत्र के 20-22 प्रदर्शनकारियों ने भीमा नदी में लगभग दो घंटे तक जल समाधी ली। प्रदर्शनकारियों ने 'एक मराठा लाख मराठा', 'मनोज जरांगे पाटिल तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ है' सहित सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए तट से ढाई किलोमीटर दूर भीमा नदी के पानी में घुसकर जलसमाधि आंदोलन शुरू किया। एक प्रदर्शनकारी के थक जाने के बाद वह पानी में डूबने लगा। उसे तुरंत पानी से बाहर लाकर इलाज के लिए बिजवाड़ी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत स्थिर हो गई। प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस व्यवस्था के हस्तक्षेप के बाद प्रदर्शनकारी पानी से बाहर आए, हालांकि उन्होंने अनशन जारी रखने का फैसला किया।
प्रदर्शनकारियों ने किया सांकेतिक अनशन
आरक्षण की मांग को लेकर सिंहगढ़ रोड पर किर्कटवाड़ी में एक दिवसीय सांकेतिक अनशन किया गया। मराठा समुदाय के आह्वान पर किर्कटवाड़ी, जयप्रकाश नारायण नगर, शिवनगर और कोल्हेवाड़ी के व्यापारियों ने आंदोलन के समर्थन में बंद रखा।
शिरूर के पश्चिमी हिस्से में नेताओं को नो एंट्री
मनोज जारांगे पाटिल के समर्थ में पुणे जिले के शिरूर तालिका के पश्चिमी हिस्से में पिंपरखेड़, कवथे यमई, सविंदाने, जम्बुत, कन्हूर मेसाई, तकली हाजी, अहमदाबाद, माल्थान, वडनेर, फाक्टे, रावदेवडी सहित द्वीप क्षेत्र के कई गांवों में श्रृंखलाबद्ध उपवास, मशाल मार्च का आयोजन किया। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला। मराठा समुदाय के सदस्यों द्वारा गांवों में बोर्ड लगाए गए हैं कि जब तक उन्हें मराठा आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक सभी दलों के राजनीतिक नेताओं को गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
मुलशी में अजीत पवार के कार्यक्रम का विरोध
श्री संत तुकाराम सहकारी चीनी फैक्ट्री के पेराई सत्र के कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के आने पर मराठा समुदाय ने विरोध जताया है। संत तुकाराम फैक्ट्री का 26वां पेराई सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। उसके शुभारंभ समारोह में अजित पवार मौजूद रहेंगे। हालांकि, मंत्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध के कारण मराठा समुदाय ने पवार के मुलशी आने पर विरोध किया है। पवार बारामती में मालेगांव सहकारी चीनी कारखाने से भी अनुपस्थित थे। इसलिए सबकी नजर इस पर टिकी है कि वह संत तुकाराम फैक्ट्री के कार्यक्रम को लेकर क्या फैसला लेंगे।