Pune News: अजित पवार के करीबी सुनील टिंगरे की उम्मीदवारी लटकी, सूची में नाम नहीं- सस्पेंस बढ़ा

  • पोर्शे कार दुर्घटना मामला पड़ा भारी
  • हडपसर से विधायक तुपे को मिला मौका
  • पिंपरी चिंचवड़ से अण्णा बनसोडे उतरे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-23 15:51 GMT

Pune News : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार गुट ने बुधवार को अपनी पहली सूची की घोषणा कर दी। जैसी कि उम्मीद थी, अजित पवार ने अपनी पहली सूची में बगावत के दौरान समर्थन करने वाले मौजूदा विधायकों को ही दोबारा मौका दिया है। इसमें पुणे जिले के 8 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। हालांकि अजित पवार के करीबी औऱ वडगांवशेरी से मौजूदा विधायक सुनील टिंगरे को पहली सूची में जगह नहीं मिली है। टिकट नहीं मिलने के कई कारण बताए जा रहे हैं। पोर्शे कार दुर्घटना मामले के कारण विधायक टिंगरे विवादों के घेरे में आ गए। इसका विपक्ष चुनावी प्रचार में फायदा उठा सकता है। इसी कारण वडगांवशेरी निर्वाचन क्षेत्र भाजपा को देने और खडकवासला क्षेत्र अजित पवार गुट को छोड़ने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। इसी कारण विभिन्न राजनीतिक दलों की ओऱ से उम्मीदवारों की घोषणा की जा रही है। महायुति में शामिल सत्ताधारी भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट के बाद अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को 38 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। इसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार समेत जिले के 8 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई। बारामती से अजित पवार, जुन्नर से अतुल बेनके, आंबेगांव से दिलीप वलसे पाटिल, इंदापुर से दत्तात्रय भरणे, खेड-आलंदी से दिलीप मोहिते पाटिल, मावल से सुनील शेलके, पिंपरी से अण्णा बनसोडे और हडपसर से चेतन तुपे को उम्मीदवार बनाया गया है।

पोर्शे कार दुर्घटना मामला पड़ा भारी

हालांकि इस सूची में अजित पवार गुट के वड़गावशेरी निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक सुनील टिंगरे का नाम नहीं है। दो दिन पहले टिंगरे को एबी फॉर्म देने की चर्चा थी। हालांकि उनके नाम की घोषणा नहीं होने से अब चर्चाएं छिड़ गई है कि आखिर क्यों वडगांवशेरी से टिंगरे को उम्मीदवारी नहीं मिली? कुछ महीने पहले शहर में हुए पोर्शे कार दुर्घटना में आरोपियों को मदद करने का आरोप विधायक टिंगरे पर लगा था। इस घटना में दो युवाओं की मौत हो गई थी। इस मामले के आरोपियों से आधी रात पुलिस थाने में जाकर मिलने का आरोप लगा। पिछले कुछ दिनों से विरोधियों द्वारा इसको मुद्दा बनाया जा रहा है। अगर टिंगरे को यहां से दोबारा मौका दिया, तो विपक्षी नेता इसको चुनाव का मुद्दा बनाएंगे, ऐसी चर्चा है। इसी कारण पहली सूची में विधायक टिंगरे को मौका नहीं मिला, ऐसी अटकलें लगाई जा रही है।

अजित पवार गुट से जिले के 8 उम्मीदवार तय

विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची में 38 नाम हैं। इसमें राकांपा का गढ़ कहे जानेवाले पुणे जिले के कुल 8 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। अजित पवार गुट ने वडगांवशेरी को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में मौजूदा विधायकों को दोबारा मौका दिया है। इसमें बारामती से खुद अजित पवार, आंबेगाव से दिलीप वलसे पाटिल, इंदापुर से दत्तात्रय भरणे, जुन्नर से अतुल बेनके, मावल से सुनील शेलके, पिंपरी से अण्णा बनसोडे, खेड-आलंदी से दिलीप मोहिते और शहर के हडपसर निर्वाचन क्षेत्र से चेतन तुपे के नामों की घोषणा की गई है।

वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव में राज्य में महायुति और महाविकास आघाडी के बीच कड़ा मुकाबला होने जा रहा है। महायुति में शामिल अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। इसमें राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को बारामती से उम्मीदवारी दी गई है। इससे अजित पवार की उम्मीदवारी को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग रहा है। बारामती में इस बार शरद पवार की राष्ट्रवादी बनाम अजित पवार की राष्ट्रवादी के बीच मुकाबला होने जा रहा है। शरद पवार गुट की ओर से अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार को उम्मीदवारी मिलनी लगभग तय है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में भी बारामती में पवार बनाम पवार का कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

आंबेगांव से दिलीप वलसे पाटिल मैदान में उतरे

आंबेगांव से सहकारिता मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल को उम्मीदवार बनाया गया है। वलसे पाटिल लगातार आठवीं बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। 1990 से लगातार सात बार उन्होंने इस क्षेत्र से जीत दर्ज की है। राकांपा में हुए विभाजन के बाद उन्हें शरद पवार गुट के उम्मीदवार से कड़ी चुनावी टक्कर मिलने की संभावना है। हालांकि अभी तक शरद पवार गुट ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। इंदापुर से अजित पवार गुट ने मौजूदा विधायक दत्तात्रय भरणे को उम्मीदवार बनाया है। भरणे ने लगातार दो बार पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल को हराया है। लगातार तीसरी बार उनका मुकाबला हर्षवर्धन पाटिल से होने की संभावना है। शरद पवार गुट की ओर से हर्षवर्धन पाटिल उम्मीदवार हो सकते हैं।

हडपसर से विधायक तुपे को मिला मौका

हडपसर से मौजूदा विधायक चेतन तुपे को मौका दिया गया है। पिछले चुनाव में तुपे ने भाजपा के उम्मीदवार योगेश टिलेकर को हराया था। इस बार अजित पवार गुट ने तुपे को दोबारा मौका दिया है। लेकिन पिछले दिनों राज्य के बदलते राजनीतिक समीकरणों के कारण इस बार उनका मुकाबला शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से होने की संभावना है। शरद पवार गुट की ओर से राकांपा के प्रशांत जगताप को उम्मीदवारी मिल सकती है। मावल से मौजूदा विधायक सुनील शेलके को अजित पवार गुट ने दोबारा मौका दिया है। यहां की सीट को लेकर महायुति के राकांपा और भाजपा में विवाद था। भाजपा के पूर्व मंत्री बाला भेगडे चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक थे। हालांकि अब अजित पवार गुट ने यहां से शेलके पर भरोसा जताया है।

पिंपरी चिंचवड़ से अण्णा बनसोडे उतरे

पिंपरी-चिंचवड शहर की पिंपरी विधानसभा सीट के मौजूदा विधायक अण्णा बनसोडे को अजित पवार ने दोबारा मौका दिया है। उनका मुकाबला महाविकास आघाडी के उम्मीदवार से होगा। हालांकि अभी तक महाविकास आघाडी का उम्मीदवार तय नहीं हो सका है। कहा जा रहा था कि राकांपा में हुए विभाजन के बाद अजित पवार का समर्थन करनेवाले विधायकों को इस चुनाव में दोबारा मौका दिया जाएगा। इसी के तहत खेड़-आलंदी से दिलीप मोहिते, जुन्नर से अतुल बेनके इन मौजूदा विधायकों को मौका दिया गया है। पुणे जिले में अजित पवार गुट के विधायकों की संख्या 9 थी। इसमें से 8 सीटों पर मौजूदा विधायकों पर दोबारा विश्वास जताया गया है।

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