खुलासा: उद्योगनगरी में भाजपा के रहमो करम पर चल रहा राष्ट्रवादी अजीत पवार गुट का कार्यालयीन कामकाज

  • निर्वाचन आयोग से सुप्रीम कोर्ट तक असली दल की जंग
  • पिंपरी चिंचवड़ में पैर जमाने की कोशिश में जुटा राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-01 14:16 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे, संतोष मिश्रा। एनसीपी में दोफाड़ के बाद निर्वाचन आयोग से सुप्रीम कोर्ट तक असली दल की जंग लड़ी जा रही है। इसी बीच सटी पिंपरी चिंचवड़ में पैर जमाने की कोशिश में जुटे राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट का शहर कार्यालय शुरू होने जा रहा है। इस गुट ने अपना दफ्तर पिंपरी चौक में केएसबी कंपनी के बगल में शुरू किया है, जिसका उद्घाटन शनिवार को होने जा रहा है। यह दफ्तर राष्ट्रवादी के अजीत पवार गुट के पिंपरी चौक खरालवाड़ी स्थित दफ्तर के बिलकुल सामने है। राष्ट्रवादी के दोनों गुटों के सही मायने में आमने- सामने की स्थिति के बीच ही अजीत पवार गुट का कार्यालयीन कामकाज पिछले नौ साल से भाजपा के 'रहमो करम' पर शुरू रहने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी है।

भाजपा के दिवंगत विधायक लक्षमण जगताप ने अपने राजीनीतिक करियर की शुरुवात कांग्रेस पार्टी से की थी। शरद पवार के पार्टी छोड़ने के बाद वे भी उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। 2003 में जगताप राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की शहर इकाई के शहराध्यक्ष थे। तब तक शहर में पार्टी का अपना दफ्तर नहीं था। शहर के मध्यवर्ती इलाके में पार्टी का प्रशस्त कार्यालय हो, पार्टी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार का यह सपना था। कई बार भाषणों में उन्होंने इसका उल्लेख भी किया। इसके चलते लक्ष्मण जगताप ने पुणे- मुंबई हाइवे पर पिंपरी चौक स्थित खरालवाड़ी में अपने छोटे भाई विजय जगताप के नाम से एक दफ्तर ख़रीदा और उसे राष्ट्रवादी कांग्रेस का पार्टी कार्यालय बनाया। पिछले 20 वर्षों से दिवंगत भाजपा विधायक लक्ष्मण जगताप द्वारा खरीदे गए कार्यालय से पार्टी का कामकाज चलाया जा रहा है और अभी भी इसका स्वामित्व उन्हीं के पास है।

चिंचवड़ विधान सभा के दिवंगत विधायक जगताप ने राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सत्ता में रहने के बावजूद शहर में अवैध निर्माणों के नियमितीकरण जैसे ज्वलंत मसले हल न हो सकने से पार्टी छोड़ दी और बतौर निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में हार का सामना करने के बाद 2014 में ही विधानसभा चुनाव के दौरान वे भाजपा में शामिल हो गए और 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। इस साल 3 जनवरी, 2023 को विधायक लक्ष्मण जगताप का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। फिलहाल उनकी पत्नी अश्विनी जगताप चिंचवड़ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा की ओर से विधायक चुनी गई हैं। दिलचस्प बात यह है कि भले ही विधायक जगताप ने पिछले 20 वर्षों में पार्टी छोड़ दी, लेकिन उन्होंने राष्ट्रवादी में रहते शुरू किये गए अपने मालिकाने के कार्यालय पर अपना अधिकार नहीं जताया। न ही उनके परिवार ने कभी यह नहीं जताया कि कार्यालय स्थान पर उनका स्वामित्व है। नतीजन आज भी राष्ट्रवादी कांग्रेस (अब अजीत पवार गुट) का कार्यालयीन कामकाज इसी दफ्तर से शुरू है।

जुलाई माह में अजीत पवार ने बगावत का परचम लहराकर भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ राज्य की सरकार में शामिल हो गए। पूरे महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी में सीधे सीधे दो गुट बन गए, जो शरद पवार और अजीत पवार गुटों के नाम से जाने जाते है। दोनों गुटों के बीच 'हम ही असली राष्ट्रवादी' की लड़ाई निर्वाचन आयोग से लेकर कोर्ट तक चल रही है। इस लड़ाई का असर पूरे प्रदेश के साथ साथ पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ शहर में भी दिखाई दिया। यहाँ मौजूदा शहराध्यक्ष अजीत गव्हाणे के साथ पार्टी बहुतांश पूर्व नगरसेवक, वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता अजीत पवार गुट में चले गए। 

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