पुणे: अजित पवार की घोषणा से मावल के सांसद श्रीरंग बारणे को मिली राहत

  • सुप्रिया सुले, डॉ अमोल कोल्हे, श्रीनिवास पाटिल की बढ़ी टेंशन
  • अजित पवार की घोषणा से बारणे को मिली राहत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-01 14:27 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे. आगामी लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार गुट का वैचारिक मंथन शिविर रायगढ़ जिले के कर्जत में चल रहा है। शुक्रवार को अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संभावना जताई है कि लोकसभा चुनाव मार्च के पहले सप्ताह में होंगे। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान कर दिया कि उनका गुट पुणे में लोकसभा की बारामती, शिरूर के साथ ही सातारा और रायगढ़ की सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उनके इस ऐलान से जहां इन निर्वाचन क्षेत्रों से राष्ट्रवादी के शरद पवार गुट के मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले, डॉ अमोल कोल्हे, श्रीनिवास पाटिल की 'टेंशन' बढ़ा दी है वहीँ मावल से शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद श्रीरंग बारणे को राहत मिली है।

बारामती लोकसभा से उपमुख्यमंत्री अजित पवार की चचेरी बहन और शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले सांसद है। शिरूर लोकसभा की सीट से सुले के साथ शरद पवार गुट में गए डॉ अमोल कोल्हे सांसद हैं। वहीँ सातारा में शरद पवार के सहपाठी और करीबी रहे पूर्व आईएएस अधिकारी श्रीनिवास पाटिल सांसद है। रायगढ़ में राष्ट्रवादी के सांसद सुनील तटकरे अजित पवार के साथ हैं। राष्ट्रवादी में दोफाड़ के बाद माना जा रहा था कि अजित पवार गुट बारामती की सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेगा। यह भी कहा जा रहा है कि अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ खड़ी रह सकती हैं। हालाँकि अब तक अजीत पवार ने इस बारे में कभी खुलकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, मगर आज उन्होंने लोकसभा चुनाव की तैयारियों का आगाज करते हुए बारामती की सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

रिश्ते अपनी जगह और राजनीति अपनी जगह: सुले

उपमुख्यमंत्री अजित पवार की घोषणा के बाद मीडिया से की गई बातचीत में सांसद सुप्रिया सुले ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, मैं भारत और महाराष्ट्र की नागरिक हूं जो लोकतंत्र में विश्वास करता हूं। लोकतंत्र में हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। कौन कहां से लड़ेगा यह महायुति का अंदरूनी सवाल है। मैं इसका तहे दिल से स्वागत करती हूं, क्योंकि यह एक लोकतंत्र है। हमारे रिश्ते अलग जगह हैं और राजनीति अलग है। प्रोफेशन और रिश्ते को एक नहीं करना चाहिए। मैंने एक जन प्रतिनिधि के रूप में समाज सेवा की है। लोकतंत्र में, कोई न कोई मेरे खिलाफ लड़ने के लिए बाध्य है। उसमें कुछ भी गलत नहीं है।

अजित पवार के पाले में जा सकते हैं आढलराव

अजित पवार द्वारा घोषणा की गई पुणे में लोकसभा की दूसरी सीट से फ़िलहाल शरद पवार गुट के साथ रहे डॉ अमोल कोल्हे सांसद हैं। उन्होंने इस सीट से तीन बार सांसद चुने गए शिवसेना के शिवाजी आढलराव पाटिल को हराया था। शिवसेना में दोफाड़ के बाद आढलराव शिंदे गुट के साथ चले गए हैं। चूंकि महायुति में शिरूर लोकसभा की सीट राष्ट्रवादी के अजीत पवार गुट के पास जा सकती है और राष्ट्रवादी के मौजूदा सांसद डॉ अमोल कोल्हे शरद पवार गुट के साथ हैं ऐसे में आढलराव शिवसेना का दामन छोड़कर अजीत पवार गुट की शरण में जा सकते हैं और राष्ट्रवादी की ओर से अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

मावल के सांसद श्रीरंग बारणे 'सेफ जोन' में!

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज जिन लोकसभा की सीटों से चुनाव लड़ने का आगाज किया उसमें पुणे जिले की तीसरी सीट मावल का समावेश नहीं है। पिंपरी चिंचवड़ अजित पवार का गढ़ रहने के बावजूद मावल से लगातार शिवसेना का सांसद चुना गया है। यहां से पहले सांसद स्व गजानन बाबर थे, उनके बाद श्रीरंग बारणे लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए हैं।  आज दूसरे दिन पवार ने मावल की सीट का नामोल्लेख नहीं किये जाने से सांसद बारणे को राहत मिली है।

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