मराठा आरक्षण: कोल्हापुर में तीन घंटे तक हाइवे जाम, लगे सांसद लापता के बोर्ड, सातारा में निकली ट्रैक्टर रैली
- पिंपरी चिंचवड़ के तहसील कार्यालय पर निकला मोर्चा
- कोल्हापुर में लगे सांसद लापता के बोर्ड
- सोलापुर में हाइवे जाम करनेवाले 19 कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज
डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा आरक्षण के लिए कोल्हापुर के ग्रामीणों ने बंबावड़े में कोल्हापुर-रत्नागिरी राजमार्ग लगभग तीन घंटे तक बंद किया। इससे दोनों तरफ छह किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई। मामूली विवाद छोड़कर सड़क रोको आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। बहरहाल जिले में तीन घंटे तक हाईवे जाम करने की यह पहली घटना है।
बंबावड़े में सुबह से ही क्षेत्र के हर गांव से युवा जुलूस के रूप में आए और रास्ता रोको आंदोलन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारी धूप में सड़क पर बैठे थे। उन सभी ने कहा कि मराठा आरक्षण मिलने तक वे सड़कों से नहीं उठेंगे। मौके पर पुलिस के अलावा तहसीलदार रामलिंग चव्हाण ने प्रदर्शनकारियों से आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया। अनशन पर बैठे सावंत को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराने को लेकर उग्र आंदोलनकारियों ने तहसीलदार से सवाल किया। अंततः अनशनकारी सावंत और वरिष्ठ नेता भाई भरत पाटिल ने सड़क जाम हटाने का अनुरोध किया और सड़क जाम समाप्त हो गया।
पिंपरी चिंचवड़ के तहसील कार्यालय पर निकला मोर्चा
पिंपरी चिंचवड़ शहर के विभिन्न हिस्सों में क्रमिक अनशन चल रहा है। आरक्षण की मांग पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मोमबत्ती की रोशनी में जुलूस निकालने के बाद, मराठा प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को तहसील कार्यालय पर धावा बोल दिया। मराठा समुदाय को 40 दिनों के भीतर आरक्षण देने का वादा पूरा नहीं करने के लिए राज्य सरकार के विरोध में अखिल मराठा समाज और मराठा क्रांति मोर्चा ने आकुर्डी में तहसील कार्यालय तक मार्च निकाला।
कोल्हापुर में लगे सांसद लापता के बोर्ड
राज्य में मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे-पाटिल ने आरक्षण की आग लगा दी है। इसी पृष्ठभूमि में नेताओं को गांव में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में कोल्हापुर के सांसद धैर्यशील माने क्षेत्र में नजर नहीं आ रहे हैं. इसलिए वडगांव क्षेत्र के समस्त मराठा समाज के कार्यकर्ता सांसद के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के लिए पालिका चौक से पुलिस थाने तक मोर्चा निकाला। इस मौके पर खोये हुए सांसद को खोजने की मांग की गयी। इस मौके पर पुलिस निरीक्षक भैरव तालेकर ने कार्यकर्ताओं की बातें सुनीं लेकिन ऐसी शिकायत लेने में असमर्थता जताई। इसके बाद मार्च करने वाले लोग दोबारा पालिका चौक पर आ गये और हमारा सांसद लापता है आशय के बोर्ड लगाए, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।
सातारा में निकली ट्रैक्टर रैली
मराठा आंदोलन के समर्थन में गुरुवार को सातारा शहर में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। इस रैली में सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों के साथ शामिल हुए। यह रैली बॉम्बे रेस्तरां, जिला परिषद, गोदोली, पवई नाका, नगर पालिका, राजवाड़ा, खनाली, पुलिस मुख्यालय, शिवतीर्थ से आंदोलन स्थल तक निकाली गई। इस बीच कलेक्टर कार्यालय के बाहर चल रहे भूख हड़ताल में शामिल प्रकाश भोसले नामक प्रदर्शनकारी की हालत बिगड़ गई। उनका अनशन स्थल पर ही इलाज किया गया। बहरहाल मराठा आरक्षण के लिए राज्यव्यापी आंदोलन का दूसरा चरण शुरू हो गया है और सातारा जिले में भी इस आंदोलन की गति जारी है। विभिन्न संगठनों का समर्थन बढ़ रहा है और पांच सौ से अधिक गांवों में नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से मंगलवार को जिला बंद का आह्वान किया गया इसके बाद कल बुधवार को जिला बार एसोसिएशन की ओर से शहर में दोपहिया वाहन रैली निकाली गई।
सोलापुर में हाइवे जाम करनेवाले 19 कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज
सड़क जाम करने और हाईवे पर टायर जलाने के आरोप में सोलापुर के 19 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ये घटनाएँ सोलापुर-पुणे राजमार्ग और मार्केट यार्ड के सामने की सड़क पर हुईं। इनमें से एक विरोध प्रदर्शन दोपहर करीब 2:35 बजे शहर के करीब सोलापुर-पुणे राजमार्ग पर नेक्सा शोरूम के पास सड़क पर हुआ। इसमें राम जाधव, निशांत साल्वे, पवन अलुरे, कार्तिक पाटिल, राज सरदे, मारुति सुरवसे, श्रीकांत भोसले, गणेश टंडेले, विनायक दत्तू, वैभव करांडे (सभी सोलापुर से) शामिल हुए। उनके समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग के नारों के साथ सड़क रोको आंदोलन शुरू किया गया। टायर जलाए गए, जिससे यातायात बाधित हुआ। पुलिस आयुक्त द्वारा जारी जमावबन्दी आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में फौजदार चावड़ी पुलिस स्टेशन में उपरोक्त दस व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। दूसरी घटना बुधवार रात सोलापुर-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मार्केट यार्ड रोड पर हुई। कार्यकर्ता मारुति सावंत, नितिन मोहते, विकास शिंदे, नागेश सावंत, महेश सावंत, प्रशांत फाल्के, तात्या गायकवाड़, योगेश मोरे, टिल्लू शिंदे, अमोल कलांब (सभी मित्रा नगर, शेल्गी) ने यातायात बाधित करने के लिए टायर जलाए। उनके खिलाफ जोधभावी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस आयुक्त डॉ राजेंद्र माने ने आंदोलन की पृष्ठभूमि पर पुलिस यंत्रणा अलर्ट कर दी है और जनता से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।