सख्ती: ड्रग माफिया ललित पाटील की गिरफ्तारी के बाद पुणे पुलिए एक्शन मोड में

  • हिरासत में लेने और मकोका के तहत कार्रवाई की तैयारी
  • नासिक से दो गर्लफ्रेंड भी गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-19 14:44 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। ड्रग माफिया ललित पाटील को हाल ही में मुंबई पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है। इसके बाद अब पुणे पुलिस भी ससून के अस्पताल से भागने और इसमें उसकी मदद किसने की, इन सबकी जांच करने के लिए एक्शन मोड में आ गई है। पुणे पुलिस ललित को मुंबई पुलिस से अपनी हिरासत में लेने और उसके एवं उसके साथियों के खिलाफ मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध प्रतिबंध) के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। इस बीच खबर है कि पुणे पुलिस ने ललित पाटिल मामले में नासिक से दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये दोनों महिलाएं ललित पाटील की दोस्त हैं और ससून अस्पताल से भागने के बाद दोनों उसके संपर्क में थे। जांच में पता चला है कि इन दोनों महिलाओं ने उसे भागने में मदद की थी।

ससून अस्पताल से पलायन के बाद ललित पाटील को कल (बुधवार) मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद पुणे पुलिस भी गहन जांच में जुट गई है। उन्होंने दो महिलाओं को कल नासिक से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ललित पाटील पुणे से भागने के बाद नासिक चला गयाथा तो इन महिलाओं ने उसे पैसे दिए थे और छिपकर रहने और भागने में भी उसकी मदद की थी। पुलिस को जानकारी है कि ललित द्वारा पलायन के बाद जुटाए गए पैसे और सोना इन दोनों महिलाओं के पास था। जब वह फरार हुआ था तब वह लगातार इन दोनों के संपर्क में था. बताया जाता है कि ललित पाटील ड्रग्स की काली कमाई से मिले पैसे इन दोनों के पास रखता था। इस आधार पर पुलिस ने दोनों को बुधवार रात नासिक शहर से गिरफ्तार कर लिया।

पुणे पुलिस 2 अक्टूबर को ससून अस्पताल से भागने के मामले में ललित पाटील को हिरासत में लेने की कोशिश कर रही है। पाटिल के खिलाफ ड्रग रैकेट चलाने के मामले में पांच मामले दर्ज किए गए हैं। पिंपरी-चिंचवड़, पुणे और मुंबई पुलिस में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। इस पृष्ठभूमि में, पुणे पुलिस ने ललित पाटील पर महाराष्ट्र संगठित अपराध प्रतिबन्ध अधिनियम यानी मकोका की कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। ललित पाटिल ने न्यूज चैनल के कैमरे के सामने दावा किया था कि वह ससून अस्पताल से भागा नहीं बल्कि उसे भगाया गया था। उसके इस दावे से यह चर्चा शुरू हो गई है कि इसके पीछे कौन है। इस पृष्ठभूमि में अब सबकी निगाहें पुणे पुलिस की जांच पर है। पुणे पुलिस कमिश्नर रितेश कुमार ने कहा है कि अगर किसी ने ललित पाटील को अस्पताल से भागने में मदद की तो हम उसे भी गिरफ्तार करेंगे। वहीं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले ने कहा कि ससून से भागने के बाद हमें ललित का फोन नंबर मिला लेकिन उसने इस फोन से किसी को कॉल नहीं किया था और व्हाट्सएप का भी इस्तेमाल नहीं किया था। पाटील ने अपने सहयोगियों को कॉल करने के लिए सोशल मीडिया साइटों का इस्तेमाल किया। हालांकि इन सोशल मीडिया साइट्स के कॉल रिकॉर्ड सामने आने तक मुंबई पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 

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