पर्यटन रोज़गार के सर्वाधिक अवसरों के सृजन की संभावनाओं वाले क्षेत्रों में से एक: श्री जी. किशन रेड्डी!
पर्यटन रोज़गार के सर्वाधिक अवसरों के सृजन की संभावनाओं वाले क्षेत्रों में से एक: श्री जी. किशन रेड्डी!
डिजिटल डेस्क | पर्यटन मंत्रालय पर्यटन रोज़गार के सर्वाधिक अवसरों के सृजन की संभावनाओं वाले क्षेत्रों में से एक: श्री जी. किशन रेड्डी| मुख्य बिंदु : 2019 में पर्यटन उद्योग ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 194 बिलियन डॉलर का योगदान दिया श्री रेड्डी ने ई-कॉन्क्लेव : रिज़िलीअन्स एंड द रोड टू रिकवरी को संबोधित किया श्री जी. किशन रेड्डी ने लॉकडाउन के दौरान पर्यटन मंत्रालय की“देखो अपना देश”पहल के तहत किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला, जिन्होंने पर्यटन का उत्साह बरकरार रखा। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डीओएनईआर) श्री जी. किशन रेड्डी ने ‘ई-कॉन्क्लेव : रिज़िलीअन्स एंड द रोड टू रिकवरी’ को संबोधित करते हुए कहा, “पर्यटन हमेशा से देश में आर्थिक विकास का सशक्त संचालक रहा है।
वर्ष 2019 में इस उद्योग ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 194 बिलियन डॉलर का योगदान दिया और लगभग 40 मिलियन नौकरियों का सृजन किया, जो कुल रोज़गार का 8 प्रतिशत है।”पर्यटन रोज़गार के सर्वाधिक अवसरों के सृजन की संभावनाओं वाले क्षेत्रों में से एक है। फिक्की कीपास्ट प्रेसीडेंट डॉ. ज्योत्सना सूरीने फिक्की ट्रैवल, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी कॉन्क्लेव के दूसरे संस्करण में श्री जी. किशन रेड़्डी का स्वागत किया। श्री रेड्डी ने कहा कि पर्यटन मात्र आकर्षक स्थलों और विश्राम की गतिविधियों से ही संबंधित नहीं है, अपितु वह आर्थिक विकास के मूलभूत स्तम्भों में से एक बनकर उभरा है और वह रोज़गार के सर्वाधिक अवसरों के सृजन की संभावनाओं वाले क्षेत्रों में से एक है।
श्री रेड्डी ने कहा, “10 लाख के निवेश पर पर्यटन क्षेत्र 78 नौकरियां प्रदान कर सकता है, इसकी तुलना में विनिर्माण क्षेत्र 45 नौकरियों का ही सृजन कर सकता है।” उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग राष्ट्र पर प्रभाव के संबंध में अपने आप में विलक्षण है, क्योंकि यह केवल बड़े पैमाने पर विकास इंजन के रूप में ही कार्य नहीं करता, बल्कि देश की सॉफ्ट पॉवर को भी संवर्धित करता है।