डॉक्टर के देखते ही बीमार यात्री के प्राण छूटे
सतना डॉक्टर के देखते ही बीमार यात्री के प्राण छूटे
डिजिटल डेस्क, सतना। पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस से घर जा रहे एक बीमार युवा यात्री की टे्रन में ही इलाज के दौरान मौत हो गई, तो वहीं मुम्बई से हावड़ा जा रही बीमार महिला की हार्ट से टे्रन में सांसें थम गईं। जीआरपी मर्ग कायम कर मामले की जांच कर ही है। मृतकों के शव जिला अस्पताल के शव गृह में रखवा दिए गए हैं। दोनों मृतक अलग-अगल शहरों में मजदूरी का काम करते थे। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिए जाएंगे।
केस-१
जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस में विशाल राजधर पिता श्यामबिहारी राजधर निवासी गाजीपुर (उत्तरप्रेदश) 26 वर्ष पुणे में मजदूरी करता था। बीमार होने पर वह अकेले पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस से अपने घर जा रहा था, तभी जबलपुर के पास तेज उल्टी होने लगी तो यात्रियों ने रेलवे हेल्पलाइन में फोनकर डॉक्टर की सहायता मांगी। जैसे ही टे्रन सतना पहुंची तो डॉ. सतीश ने बीमार यात्री की जांच की इसी दौरान उसकी सांसे थम गईं।
केस-२
उधर मुम्बई-हावड़ा मेल से स्लीपर कोच के 12-13 नम्बर बर्थ पर लक्ष्मी हजारा पति भरत हजारा 54 साल निवासी गोपालपुर कोलकत्ता (पश्चिम बंगाल) बीमार होने पर अपने बेटे राजा हजारा के साथ घर जा रहीं थीं। जबलपुर-कटनी के बीच पेट में अचानक तेज दर्द उठा इस दौरान हार्ट अटैक से उसकी मृत्यु हो गई।