जिस सड़क से रोज निकलते हैं अधिकारी, वही खस्ताहाल
शहडोल जिस सड़क से रोज निकलते हैं अधिकारी, वही खस्ताहाल
डिजिटल डेस्क, शहडोल। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 पर शहडोल बाईपास निर्माण में जमीन का पेंच फंसने के साथ ही पुरानी सड़क निर्माण में ठेकेदार की बेपरवाही वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा रही है। आलम यह है कि संभागीय मुख्यालय में प्रवेश के साथ ही गोरतरा पेट्रोल पंप के समीप वाहन चालकों को धूल और गड्ढों के कारण आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालकों ने बताया कि तीन साल से ज्यादा समय से सड़क पर गिट्टी, गड्ढे और नाली का पानी आवागमन में परेशानी बढ़ा रही है। खासबात यह है कि शहडोल से बुढ़ार रोड पर स्थित इस स्थान से प्रतिदिन ही अधिकारी निकलते हैं। इसके बाद भी सड़क की मरम्मत नहीं हो पा रही है। मध्यप्रदेश रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीआरडीसी) विभाग द्वारा वाहन चालकों की परेशानी दूर करने में उदासीन रवैया अपनाए जाने के कारण भी वाहन चालकों की परेशानी कम नहीं हो रही है।
कमिश्नर की फटकार से मरम्मत की उम्मीद
राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही जिले के दूसरी सड़कों की स्थिति को लेकर बीते दिनों कमिश्नर राजीव शर्मा ने समीक्षा की और एनएच-43 चालू होने से पहले पुरानी सड़क मरम्मत पर लापरवाही बरतने वाले ठेका कंपनी को सात दिन में काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। ऐसा नहीं होने पर एफआइआर दर्ज करवाने की बात भी कही गई है। खस्ताहाल सड़कों को लेकर कमिश्नर के सख्त रुख के बाद संभावना जताई जा रही है कि वाहन चालकों के आवागमन के उपयुक्त सड़क मरम्मत होगी।
बाईपास निर्माण में राजा बाग वाले हिस्से में भू-अर्जन प्रक्रिया के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रही है। तब तक ठेका कंपनी टीबीपीएल (तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड) को पुरानी सड़क को आवागमन के अनुकूल बनाना चाहिए। इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।